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बहराइच। शहर स्थित एक निजी स्कूल में बुधवार को हुए दर्दनाक हादसा हुआ। झूलते समय झूला अचानक गिर जाने के कारण इसके नीचे दो मासूम दब गए। इनमें से एक बच्चे की मौके पर ही झूले के नीचे दब कर दर्दनाक मौत हो गई जबकि दूसरे गंभीर घायल बच्चे ने देर शाम लखनऊ के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। हादसे में मरेव घायल हुए बच्चे के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
हादसे की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची सिटी मजिस्ट्रेट ज्योति राय, एएसपी नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने घटना स्थल का जायजा लेकर जांच पड़ताल भी की। इसमें सामने आया कि झूले का संचालन इसे जमीन में फिक्स किए बिना हो रहा था। इसे लेकर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच भी शुरू कर दी है। दूसरी तरफ हादसे के बाद चेते बीएसए एआर तिवारी ने सभी स्कूलों में संचालित झूलों की सुरक्षा परखने को तकनीकी जांच कराने का निर्देश भी जारी किया है।
शहर के नौव्वागढ़ी इलाके में निजी तौर पर संचालित सिटी मांटेसरी इंटर कॉलेज में बुधवार को दोपहर के भोजन अवकाश के समय सभी बच्चे परिसर में खेल रहे थे। इस दौरान कक्षा दो में पढ़ने वाले मासूम छात्र अरशान (8) पुत्र मोहम्मद उमर और प्रतीक (7) पुत्र प्रेम बिल्लो परिसर में लगे झूले पर झूल रहे थे। इसी दौरान झूला गिर गया और दोनों मासूम उसके नीचे दब गए। आस पास खेल रहे दूसरे बच्चों व कर्मचारियों ने तत्काल गिरे हुए झूले को उठा कर नीचे दबे दोनों बच्चों को निकाला।
गंभीर रुप से घायल दोनो बच्चों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज बहराइच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अरशान को मृत घोषित कर दिया। वहीं प्रतीक की हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार के बाद उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया। परिजनों ने बच्चे को लखनऊ लाकर गोमती नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान ही देर शाम उसने भी दम तोड़ दिया। स्कूल में हुए हादसे की जानकारी मृतक छात्रों के परिजनों को स्कूल की तरफ से ही फोन से दी गई। इसके बाद घबराए परिजन अस्पताल पहुंचे। जहां अरमान की मौत की खबर से पिता मोहम्मद उमर गश खाकर गिर पड़े।
मृतक अरशान के चाचा पप्पू ने विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना था कि विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण ही उनके भतीजे की दर्दनाक मौत हुई है। स्कूल में जहां मासूम खेल कूद रहे थे वहां देखभाल के लिए कोई भी जिम्मेदार मौजूद नहीं था। इतना ही नहीं स्कूल प्रबंधन ने झूले को जमीन में फिक्स भी नहीं किया था। मांग की कि पुलिस व जिला प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
झूला गिरने से घायल हुए दूसरे बच्चे प्रतीक की मौत देर शाम लखनऊ के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। मृतक प्रतीक के पिता प्रेम बिल्लो अपने गांव मोतीपुर तहसील के विशुनापुर में होटल चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतीक अपनी मौसी पार्वती के साथ नौव्वागढ़ी में रहकर पढ़ाई कर रहा है। बुधवार को घटना की जानकारी जैसे ही पार्वती को हुई वह अचेत होकर गिर गयी। किसी तरह वह अस्पताल पहुंची।
होश में आते ही पार्वती बस यही कह रह थी कि अब अपनी बहन को क्या जवाब देंगी। वहीं घायल के चाचा सुरेश ने आरोप लगाया कि स्कूल वालों ने उन सभी को घटना की जानकारी ही नहीं दी। इसके चलते ही घायल बच्चे के साथ इलाज के लिए कोई भी परिजन लखनऊ नही जा सका। मेडिकल कालेज से रिफर हो जाने के बाद प्रतीक को स्कूल के प्रधानाचार्य ही अपने साथ लखनऊ के लिए लेकर रवाना हुए। जहां से देर शाम को फोन कर बताया गया कि प्रतीक अब जिंदा नहीं रहा।
दुखद हादसा है। प्रथम दृष्टया विद्यालय स्तर पर झूले की तकनीकी देखभाल में खामी बरतना मिला है। इसके लिए विद्यालय को नोटिस देकर आगे की कार्रवाई होगी। साथ ही जिले भर के अन्य विद्यालयों के झूलों के रखरखाव की भी जांच पड़ताल करवाई जाएगी।
ज्योति राय, सिटी मजिस्ट्रेट
बहराइच। शहर स्थित एक निजी स्कूल में बुधवार को हुए दर्दनाक हादसा हुआ। झूलते समय झूला अचानक गिर जाने के कारण इसके नीचे दो मासूम दब गए। इनमें से एक बच्चे की मौके पर ही झूले के नीचे दब कर दर्दनाक मौत हो गई जबकि दूसरे गंभीर घायल बच्चे ने देर शाम लखनऊ के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। हादसे में मरेव घायल हुए बच्चे के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
हादसे की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची सिटी मजिस्ट्रेट ज्योति राय, एएसपी नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने घटना स्थल का जायजा लेकर जांच पड़ताल भी की। इसमें सामने आया कि झूले का संचालन इसे जमीन में फिक्स किए बिना हो रहा था। इसे लेकर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच भी शुरू कर दी है। दूसरी तरफ हादसे के बाद चेते बीएसए एआर तिवारी ने सभी स्कूलों में संचालित झूलों की सुरक्षा परखने को तकनीकी जांच कराने का निर्देश भी जारी किया है।
शहर के नौव्वागढ़ी इलाके में निजी तौर पर संचालित सिटी मांटेसरी इंटर कॉलेज में बुधवार को दोपहर के भोजन अवकाश के समय सभी बच्चे परिसर में खेल रहे थे। इस दौरान कक्षा दो में पढ़ने वाले मासूम छात्र अरशान (8) पुत्र मोहम्मद उमर और प्रतीक (7) पुत्र प्रेम बिल्लो परिसर में लगे झूले पर झूल रहे थे। इसी दौरान झूला गिर गया और दोनों मासूम उसके नीचे दब गए। आस पास खेल रहे दूसरे बच्चों व कर्मचारियों ने तत्काल गिरे हुए झूले को उठा कर नीचे दबे दोनों बच्चों को निकाला।
गंभीर रुप से घायल दोनो बच्चों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज बहराइच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अरशान को मृत घोषित कर दिया। वहीं प्रतीक की हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार के बाद उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया। परिजनों ने बच्चे को लखनऊ लाकर गोमती नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान ही देर शाम उसने भी दम तोड़ दिया। स्कूल में हुए हादसे की जानकारी मृतक छात्रों के परिजनों को स्कूल की तरफ से ही फोन से दी गई। इसके बाद घबराए परिजन अस्पताल पहुंचे। जहां अरमान की मौत की खबर से पिता मोहम्मद उमर गश खाकर गिर पड़े।
मृतक अरशान के चाचा पप्पू ने विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना था कि विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण ही उनके भतीजे की दर्दनाक मौत हुई है। स्कूल में जहां मासूम खेल कूद रहे थे वहां देखभाल के लिए कोई भी जिम्मेदार मौजूद नहीं था। इतना ही नहीं स्कूल प्रबंधन ने झूले को जमीन में फिक्स भी नहीं किया था। मांग की कि पुलिस व जिला प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
झूला गिरने से घायल हुए दूसरे बच्चे प्रतीक की मौत देर शाम लखनऊ के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। मृतक प्रतीक के पिता प्रेम बिल्लो अपने गांव मोतीपुर तहसील के विशुनापुर में होटल चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतीक अपनी मौसी पार्वती के साथ नौव्वागढ़ी में रहकर पढ़ाई कर रहा है। बुधवार को घटना की जानकारी जैसे ही पार्वती को हुई वह अचेत होकर गिर गयी। किसी तरह वह अस्पताल पहुंची।
होश में आते ही पार्वती बस यही कह रह थी कि अब अपनी बहन को क्या जवाब देंगी। वहीं घायल के चाचा सुरेश ने आरोप लगाया कि स्कूल वालों ने उन सभी को घटना की जानकारी ही नहीं दी। इसके चलते ही घायल बच्चे के साथ इलाज के लिए कोई भी परिजन लखनऊ नही जा सका। मेडिकल कालेज से रिफर हो जाने के बाद प्रतीक को स्कूल के प्रधानाचार्य ही अपने साथ लखनऊ के लिए लेकर रवाना हुए। जहां से देर शाम को फोन कर बताया गया कि प्रतीक अब जिंदा नहीं रहा।
दुखद हादसा है। प्रथम दृष्टया विद्यालय स्तर पर झूले की तकनीकी देखभाल में खामी बरतना मिला है। इसके लिए विद्यालय को नोटिस देकर आगे की कार्रवाई होगी। साथ ही जिले भर के अन्य विद्यालयों के झूलों के रखरखाव की भी जांच पड़ताल करवाई जाएगी।
ज्योति राय, सिटी मजिस्ट्रेट
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