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पटरी पर उतरी दूसरी रैपिड रेल, तकनीकी परीक्षण शुरू
गाजियाबाद। साहिबाबाद से दुहाई तक प्राथमिकता खंड के मुख्य ट्रायल रन की तैयारियों के बीच दूसरी छह कोच की रैपिड रेल पटरी पर आ गई है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने पहली के बाद अब दूसरी रैपिड रेल के तकनीकी परीक्षण शुरू कर दिए हैं। नवंबर में प्रस्तावित मुख्य ट्रायल रन से पहले तक दुहाई डिपो में तकनीकी परीक्षण जारी रहेंगे।
ट्रायल रन से पहले दुहाई डिपो में तीसरी रैपिड रेल आ जाएगी। ट्रायल रन से पहले शेष बचे कार्यों को पूरा करने में एनसीआरटीसी का अमला जुटा हुआ है। दो दिन पहले दुहाई डिपो में रैपिड रेल कॉरिडोर में इस्तेमाल होने वाले फोर-जी एलटीई संचार तकनीक से युक्त यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया। दुहाई डिपो के मुख्य प्रशासनिक भवन में कॉरिडोर का कमांड एंट कंट्रोल सेंटर होगा। यहीं से रैपिड रेल संचालन पर निगरानी रखी जाएगी। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि ट्रायल रन शुरू होने तक दोनों रेल के तकनीकी परीक्षण लगातार जारी रहेंगे।
दो सप्ताह में ओवर हेड इक्विपमेंट में विद्युत सप्लाई
रैपिड रेल के 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड में बिजली की ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) लाइन में विद्युत सप्लाई दो हफ्ते के अंदर शुरू हो जाएगी। ओएचई केविद्युतीकरण (चार्ज) की तैयारी आखिरी चरण में पहुंच गई है। ओएचई लाइन को 25 हजार वोल्ट की क्षमता के साथ चार्ज किया जाएगा। दुहाई डिपो में डायनमिक टेस्टिंग के लिए लाइन को पहले से ही चार्ज किया जा चुका है। विद्युत आपूर्ति के लिए एनसीआरटीसी का उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड से करार हो चुका है।
50 मेगावाट के ट्रांसफार्मर का हुआ परीक्षण
प्राथमिकता खंड में बिजली की आपूर्ति के लिए एक रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) बनाया गया है। आरएसएस में 50 मेगावाट की क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। जिनके परीक्षण का काम पूरा हो चुका है। इसी सब-स्टेशन से रैपिड रेल के संचालन के लिए 25 केवी और स्टेशनों पर 33 केवी की लाइन से बिजली आपूर्ति की जाएगी।
पटरी पर उतरी दूसरी रैपिड रेल, तकनीकी परीक्षण शुरू
गाजियाबाद। साहिबाबाद से दुहाई तक प्राथमिकता खंड के मुख्य ट्रायल रन की तैयारियों के बीच दूसरी छह कोच की रैपिड रेल पटरी पर आ गई है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने पहली के बाद अब दूसरी रैपिड रेल के तकनीकी परीक्षण शुरू कर दिए हैं। नवंबर में प्रस्तावित मुख्य ट्रायल रन से पहले तक दुहाई डिपो में तकनीकी परीक्षण जारी रहेंगे।
ट्रायल रन से पहले दुहाई डिपो में तीसरी रैपिड रेल आ जाएगी। ट्रायल रन से पहले शेष बचे कार्यों को पूरा करने में एनसीआरटीसी का अमला जुटा हुआ है। दो दिन पहले दुहाई डिपो में रैपिड रेल कॉरिडोर में इस्तेमाल होने वाले फोर-जी एलटीई संचार तकनीक से युक्त यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया। दुहाई डिपो के मुख्य प्रशासनिक भवन में कॉरिडोर का कमांड एंट कंट्रोल सेंटर होगा। यहीं से रैपिड रेल संचालन पर निगरानी रखी जाएगी। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि ट्रायल रन शुरू होने तक दोनों रेल के तकनीकी परीक्षण लगातार जारी रहेंगे।
दो सप्ताह में ओवर हेड इक्विपमेंट में विद्युत सप्लाई
रैपिड रेल के 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड में बिजली की ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) लाइन में विद्युत सप्लाई दो हफ्ते के अंदर शुरू हो जाएगी। ओएचई केविद्युतीकरण (चार्ज) की तैयारी आखिरी चरण में पहुंच गई है। ओएचई लाइन को 25 हजार वोल्ट की क्षमता के साथ चार्ज किया जाएगा। दुहाई डिपो में डायनमिक टेस्टिंग के लिए लाइन को पहले से ही चार्ज किया जा चुका है। विद्युत आपूर्ति के लिए एनसीआरटीसी का उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड से करार हो चुका है।
50 मेगावाट के ट्रांसफार्मर का हुआ परीक्षण
प्राथमिकता खंड में बिजली की आपूर्ति के लिए एक रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) बनाया गया है। आरएसएस में 50 मेगावाट की क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। जिनके परीक्षण का काम पूरा हो चुका है। इसी सब-स्टेशन से रैपिड रेल के संचालन के लिए 25 केवी और स्टेशनों पर 33 केवी की लाइन से बिजली आपूर्ति की जाएगी।
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