जैसलमेर3 घंटे पहले
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दीपावली से पहले ही स्वर्णनगरी जैसलमेर में देशी विदेशी पर्यटकों की चहल पहल नजर आने लग गई है। गर्मी की ऑफ सीजन के बाद अब फिर से जैसलमेर के पर्यटन स्थल गुलजार हो गए है। सुबह से लेकर शाम तक पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। कोरोना काल के बाद इस बार सैलानियों की जैसलमेर में आवक काफी ज्यादा है। इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि आगामी दीपावली की छुटि्टयों में जैसलमेर सैलानियों की धूम रहेगी। पिछले दो वर्षों से काेरोना के चलते उम्मीद के मुताबिक नहीं आ पाए थे। लेकिन अब कोरोना थमने के साथ ही सैलानियों की आवक फिर से शुरु हो चुकी है। इन दिनों देशी विदेशी सैलानी स्वर्णनगरी भ्रमण का लुत्फ उठा रहे है। देशी व विदेशी सैलानियों की एक साथ आवक लंबे अंतराल के बाद शुरु हुई है। कोरोना के चलते पिछले दो सालों से विदेशी सैलानियों की आवक पर एक दम से ब्रेक लग गया था। लॉकडाउन के बाद थोड़े देशी सैलानी आए। जिससे पर्यटन व्यवसायियों को थोड़ा संबल मिला। लेकिन अब विदेशी सैलानी भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे है और देशी सैलानियों की भी आवक शुरू हो चुकी है। जिससे पर्यटन व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक आ चुकी है।
उम्मीद; दीपावली को लेकर गुजराती पर्यटक आएंगे, दो साल बाद बाजारों में लौटेगी रौनक वर्तमान में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के पर्यटक घूमने के लिए आ रहे है। इसके अलावा कई विदेशों से भी सैलानी जैसलमेर भ्रमण के लिए आ रहे है। बड़ी संख्या में विदेशी व देशी सैलानियों के ग्रुप जैसलमेर भ्रमण का लुत्फ उठाते नजर आ रहे है। दीपावली पर स्वर्णनगरी में गुजराती सैलानियों का हुजूम उमड़ेगा। दीपावली सीजन में गुजराती सैलानी अधिक पहुंचते है। दीपावली की छुट्टियों के दौरान गुजराती सैलानी जैसलमेर भ्रमण के लिए आते है। कोराेना थमने पर इस बार दीपावली के बाद एक सप्ताह तक करीब 1 लाख सैलानियों के आने की उम्मीद है। गुजराती सैलानियों के आने से पर्यटन व्यवसाय को पंख लगेंगे।
पर्यटन व्यवसाय को मिलेगा बूस्टर पिछले दो साल से काेराेना ने पर्यटन व्यवसायियों की कमर तोड़ दी थी। दो साल बाद पहली बार विदेशी व देशी सैलानी एक साथ देखने को मिल रहे है। कोराेना के चलते पर्यटन व्यवसायियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा। पर्यटन से जुड़े कई लोग बेरोजगार हो गए थे। उनका काम पूरी तरह से ठप्प हो गया था। लेकिन अब सैलानियों की आवक शुरु होने से पर्यटन से जुड़े लोगों के चेहरे खिल गए है। पर्यटन व्यवसायी कोराेना में हुए नुकसान की भरपाई करने की उम्मीद लगाए है। अब दिसंबर तक देशी विदेशी सैलानियों का जमघट लगेगा और इससे अच्छा कारोबार होगा।
फ्लाइट शुरु नहीं होने की चिंता 30 अक्टूबर से जैसलमेर में हवाई सेवाओं का संचालन होगा। आमतौर पर हर बार दीपावली से पहले ही हवाई सेवाएं शुरु हो जाती है। स्पाइसजेट ने 25 सितंबर से 29 अक्टूबर तक समर शेड्यूल तथा 30 अक्टूबर से विंटर शेड्यूल जारी किया था। लेकिन स्पाइसजेट ने समर शेड्यूल में हवाई सेवाओं का संचालन नहीं किया। अब विंटर शेड्यूल के अनुसार 30 अक्टूबर से हवाई सेवाएं शुरु होगी। लेकिन समर शेड्यूल में हवाई सेवाएं शुरु नहीं होने की चिंता पर्यटन व्यवसायियों को अधिक है। क्योंकि दीपावली की सीजन में सबसे ज्यादा सैलानी गुजरात से ही आते है और गुजरात से जैसलमेर की हवाई कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण सैलानियों को हवाई सेवाओं का लाभ नहीं मिलेगा।
धोरों पर हो रही धमाल शहर के पर्यटन स्थलों के साथ सम व खुहड़ी के धोरे भी सैलानियों से गुलजार है। धोरों पर सैलानी कैमल सफारी व जीप सफारी का लुत्फ उठा रहे है। वहीं शाम के समय धोरों के बीच अस्त होते सूर्य को देखने के बाद सैलानी लोक संस्कृति से रुबरु हो रहे है। शाम 4 बजे से ही धोरों पर देशी विदेशी सैलानियों का जमघट लग जाता है। सम व खुहड़ी के रिसोर्ट पर भी चहल पहल शुरु हो चुकी है। धोरों पर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिले हुए है।
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