अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्वामी विवेकानंद ने धर्म संसद में 20 सितंबर 1893 को अपने चौथे भाषण में उन्होंने कहा था कि भारत को धर्म नहीं, बल्कि रोटी चाहिए.
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स्वामी विवेकानंद ने 129 साल पहले 11 सितंबर 1893 को अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में शानदार भाषण दिया था. उनके भाषण के बाद तालियों की गड़गड़ाहट से हॉल गूंज उठा था. कम ही लोग यह बात जानते हैं कि स्वामी विवेकानंद ने सिर्फ एक बार नहीं, बल्कि 11 से 27 सितंबर तक उन्होंने धर्म संसद को 6 बार संबोधित किया था. 20 सितंबर 1893 को अपने चौथे भाषण में उन्होंने कहा था कि भारत को धर्म नहीं, बल्कि रोटी चाहिए.
विवेकानंद ने कहा था, पूरब की दुनिया की सबसे बड़ी जरूरत धर्म नहीं, बल्कि रोटी है. भारत की लाखों जनता भूखी है, जो हमसे रोटी मांगती है और हम उन्हें पत्थर पकड़ा देते हैं. उन्होंने कहा था कि भूख से मरती जनता को धर्म का उपदेश देना उसका अपमान है. ऐसे लोगों को उपदेश की बजाय रोटी देने पर वो जोर देते थे.
यूएन वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में 82.8 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो हर रात भूखे पेट सो जाते हैं. यह आंकड़ा भयावह है. ऐसी स्थिति से पार पाया जाए और किसी को भूखा न सोना पड़े, यही तो विश्व खाद्य दिवस का उद्देश्य है. वर्ष 1981 से ही हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) मनाया जाता है, ताकि उन लोगों के प्रति ध्यान जाए, जो भूख से पीड़ित हैं.
… ताकि भुखमरी की स्थिति न हो
16 अक्टूबर 2022 काे मनाया जा रहा विश्व खाद्य दिवस एफएओ यानी खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की 77वीं वर्षगांठ को चिह्नित करता है. भारत समेत संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों में यह मनाया जा रहा है. इसके अलावा हर वर्ष 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस भी मनाया जाता है.
विश्व खाद्य दिवस का उद्देश्य, हर व्यक्ति तक सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की पहुंच को सुनिश्चित करना है. साथ ही कुपोषण और भुखमरी के लिए जागरूकता फैलाना है. दुनिया भर के लगभग 150 देशों में भुखमरी और गरीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से यह खास दिवस मनाया जाता है. इसक उद्देश्य लोगों को यह भी समझाना है कि भोजन एक बुनियादी जरूरत और मौलिक मानव अधिकार है.
इस दिवस का इतिहास क्या है?
1945 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की स्थापना की तारीख के सम्मान में वर्ष 1979 में विश्व खाद्य दिवस शुरू किया गया था. FAO के सदस्य देशों ने 20वें महासम्मेलन के दौरान नवंबर 1979 में वर्ल्ड फ़ूड डे की स्थापना की और 16 अक्टूबर, 1981 को इसे मनाने का आह्वान किया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 दिसंबर 1980 को इसकी पुष्टि की और सभी से योगदान देने का आग्रह किया.
क्या है इस बार की थीम?
विश्व खाद्य दिवस हर साल किसी न किसी एक थीम के साथ मनाया जाता है.जैसे पिछले बार यानी World Food Day 2021 की थीम थी- ‘Better production, better nutrition, a better environment and a better life’ यानी बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण और बेहतर जीवन. इस बार विश्व खाद्य दिवस की थीम है- Leave No One Behind यानी किसी को पीछे न छोड़ें.
क्या है खाद्य और कृषि संगठन?
फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन यानी खाद्य और कृषि संगठन (FAO) संयुक्त राष्ट्र की एक खास एजेंसी है, जिसकी स्थापना 16 अक्टूबर 1945 को हुई थी. इसका मुख्यालय इटली के रोम में है. यह पूरी दुनिया में 130 से अधिक देशों में काम करता है. FAO का उद्देश्य सभी के लिए आवश्यक खाद्य सुरक्षा हासिल करना है.
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