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जम्मू/ बारामुला। जम्मू कश्मीर की बेटी और भारत की पहली महिला बास्केटबॉल व्हीलचेयर खिलाड़ी इशरत अख्तर एक बार फिर अपने हौसलों के पंख से दुनिया को जीतने की उड़ाने भरने की तैयारी में है। इशरत का चयन दूसरी बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप के लिए हुआ है। इशरत अख्तर बारामूला की रहने वाली है। उसके चयन पर खेल बिरादरी में खुशी की लहर है और हर कोई उसे शुभकामनाएं दे रहा है। इशरत अख्तर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला बास्केटबॉल व्हीलचेयर खिलाड़ी होने के साथ एक प्रेरक वक्ता भी हैं। उन्हें कश्मीरी यंग लीडरशिप अवॉर्ड और कश्मीरी यंग अचीवर अवॉर्ड सहित अन्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
2016 में अपने घर की बालकनी से गिर गई थी इशरत
24 अगस्त 2016 में इशरत अपने घर की बालकनी से गिर गई थी, जिसमें उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। इस घटना ने उसे शारीरिक रूप से तो दिव्यांग बना दिया, लेकिन उसके हौसले नहीं तोड़ पाई। उसने कहा कि इस घटना के बाद वह स्वैच्छिक मेडिकेयर सोसाइटी में एक मरीज थी। यहां उसने व्हीलचेयर बास्केटबॉल खेलना शुरू किया। यहीं से दिल्ली का प्रतिनिधित्व करते हुए तमिलनाडु में राष्ट्रीय खेल के लिए चुनी गई। उस समय जम्मू-कश्मीर के पास टीम नहीं थी। इसके बाद उसने प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा और एक टीम बनाई। इसके बाद जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करते हुए मोहाली में अपना दूसरा राष्ट्रीय मुकाबला खेला। 2019 में थाईलैंड में एशिया ओशिनिया व्हीलचेयर बास्केटबॉल चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उस समय वह जम्मू-कश्मीर की एकमात्र लड़की थी, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इशरत ने बताया कि आर्मी की 52आरआर ने उन्हें 2018 से बहुत मदद की और वह अभी वह उनकी बेहद मदद कर रहे हैं।
इशरत ने आगे कहा कि उन्हें यूएसए में 16 से 30 मार्च 2019 तक आयोजित एक स्पोर्ट्स विजिटर्स प्रोग्राम व्हीलचेयर बास्केटबॉल और एक्सेसिबिलिटी के लिए चुना गया था। हालांकि व्यक्तिगत कारणों से वह शिविर में भाग नहीं ले पाईं। उसने लड़कों की व्हीलचेयर दौड़ में भाग लिया, उस प्रतियोगिता में एकमात्र लड़की होने के नाते प्रथम स्थान हासिल किया। वह व्हीलचेयर टेबल टेनिस भी खेलती हैं। अख्तर को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा कश्मीर यंग लीडरशिप अवॉर्ड 2021 भी प्रदान किया गया। उन्हें लेफ्टिनेंट गवर्र्नर की ओर से विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल प्रशांत श्रीवास्तव द्वारा कश्मीर यंग अचीवर्स अवॉर्ड 2021 भी प्रदान किया गया।
जम्मू/ बारामुला। जम्मू कश्मीर की बेटी और भारत की पहली महिला बास्केटबॉल व्हीलचेयर खिलाड़ी इशरत अख्तर एक बार फिर अपने हौसलों के पंख से दुनिया को जीतने की उड़ाने भरने की तैयारी में है। इशरत का चयन दूसरी बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप के लिए हुआ है। इशरत अख्तर बारामूला की रहने वाली है। उसके चयन पर खेल बिरादरी में खुशी की लहर है और हर कोई उसे शुभकामनाएं दे रहा है। इशरत अख्तर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला बास्केटबॉल व्हीलचेयर खिलाड़ी होने के साथ एक प्रेरक वक्ता भी हैं। उन्हें कश्मीरी यंग लीडरशिप अवॉर्ड और कश्मीरी यंग अचीवर अवॉर्ड सहित अन्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
2016 में अपने घर की बालकनी से गिर गई थी इशरत
24 अगस्त 2016 में इशरत अपने घर की बालकनी से गिर गई थी, जिसमें उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। इस घटना ने उसे शारीरिक रूप से तो दिव्यांग बना दिया, लेकिन उसके हौसले नहीं तोड़ पाई। उसने कहा कि इस घटना के बाद वह स्वैच्छिक मेडिकेयर सोसाइटी में एक मरीज थी। यहां उसने व्हीलचेयर बास्केटबॉल खेलना शुरू किया। यहीं से दिल्ली का प्रतिनिधित्व करते हुए तमिलनाडु में राष्ट्रीय खेल के लिए चुनी गई। उस समय जम्मू-कश्मीर के पास टीम नहीं थी। इसके बाद उसने प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा और एक टीम बनाई। इसके बाद जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करते हुए मोहाली में अपना दूसरा राष्ट्रीय मुकाबला खेला। 2019 में थाईलैंड में एशिया ओशिनिया व्हीलचेयर बास्केटबॉल चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उस समय वह जम्मू-कश्मीर की एकमात्र लड़की थी, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इशरत ने बताया कि आर्मी की 52आरआर ने उन्हें 2018 से बहुत मदद की और वह अभी वह उनकी बेहद मदद कर रहे हैं।
इशरत ने आगे कहा कि उन्हें यूएसए में 16 से 30 मार्च 2019 तक आयोजित एक स्पोर्ट्स विजिटर्स प्रोग्राम व्हीलचेयर बास्केटबॉल और एक्सेसिबिलिटी के लिए चुना गया था। हालांकि व्यक्तिगत कारणों से वह शिविर में भाग नहीं ले पाईं। उसने लड़कों की व्हीलचेयर दौड़ में भाग लिया, उस प्रतियोगिता में एकमात्र लड़की होने के नाते प्रथम स्थान हासिल किया। वह व्हीलचेयर टेबल टेनिस भी खेलती हैं। अख्तर को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा कश्मीर यंग लीडरशिप अवॉर्ड 2021 भी प्रदान किया गया। उन्हें लेफ्टिनेंट गवर्र्नर की ओर से विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल प्रशांत श्रीवास्तव द्वारा कश्मीर यंग अचीवर्स अवॉर्ड 2021 भी प्रदान किया गया।
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