Publish Date: | Thu, 29 Sep 2022 07:10 AM (IST)
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। दुर्गा उत्सव हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार है। नौ दिन के नवरात्र नारीशक्ति का प्रतीक है। इसमें मुस्लिम धर्म के लोगों का क्या काम हैं, मुसलमानों के गरबा में प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाई जानी चाहिए। इतना ही नहीं, दुर्गा झांकी पंडाल के आसपास इनकी दुकानें और इनसे संबंधित सभी वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। यह बात भोपाल से लोकसभा सदस्य प्रज्ञा ठाकुर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि गरबा में आने वाले लोगों का आइडी कार्ड देखा जाए। हम हमारी पूजा पद्धति का शुद्ध रखना चाहते हैं। किसी के धार्मिक कार्यक्रम हो। यह भारत हमारा पंथनिरपेक्ष राष्ट्र है संविधान में लिखा है। इसलिए निरपेक्षता की परिभाषा के अनुसार सभी को अपने -अपने धर्म में अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अधिकार है और पूजा करने का अधिकार है। कलेक्टर भोपाल ने जो गाइड लाइन जारी की है, उसका पालन होना चाहिए। बता दें कि शहर में लगभग 900 पंडालों में मां की मूर्तियां विराजित की गई हैं, इनमें कई स्थानों पर गरबा किया जा रहा है।
पीएफआइ की आरएसएस से तुलना करना असहनीय
इधर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेसियों का कोई सिद्धांत नहीं है और न ही कोई विचारधारा है यदि है तो देश के खिलाफ है। मेंने उनके ट्वीट को देखा है। वह भोपाल से लोकसभा चुनाव में हारे हुए सदस्य हैं। ऐसे लोगों के मंसूबे सफल नहीं होंगे। मैंने उनको टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ एक मंच पर देखा है। पीएफआइ से आरएसएस की तुलना करना एक असहनीय कदम है। आरएसएस ने स्वतंत्रता से पहले राष्ट्रभक्ति करना शुरू की थी और आज भी कर रहा है। वह राष्ट्रभक्ति का पर्याय है और पीएफआइ एक आतंकी संगठन है। ऐसा कहने वालों को समय अपने पर लोग जवाब देते हैं या फिर इनको अपना रक्त परीक्षण करवा लेना चाहिए।
Posted By: Ravindra Soni
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