छतरपुर4 घंटे पहले
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नगर पालिका के द्वारा होने वाले मेला जलबिहार में रात के समय बाहर से आए कलाकारों के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसमें तीसरी रात बाहर से आए कलाकारों के द्वारा आर्केस्ट्रा गीतों की धुन में थिरकते नजर आए। रविवार को छतरपुर के बाबूलाल राजपूत एवं मुरैना की कल्पना दुबे के बीच जवाबी कीर्तन का मुकाबला हुआ। कार्यक्रम शुरू होने से पहले अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित किया। इसके बाद नपाध्यक्ष ज्योति सुरेंद्र चौरसिया और उपाध्यक्ष विकेंद्र वाजपेयी ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का पुष्प गुच्छ और साल-श्रीफल देकर स्वागत किया।
मेला जलबिहार में लगने वाली दुकानें, झूला, मौत का कुआं, पायल की झनकार सहित अन्य कार्यक्रम देखने के लिए लोग उत्साह पूर्वक मेला परिसर में पहुंचकर इसका लुफ्त उठा रहे है। रात्रि के समय आकर्षक लाइटों से जगमगाता मेला लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। नगर पालिका परिसर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सोमवार को लोकगीत का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि भगवत शरण अग्रवाल, दीपेंद्र, लालू लालवानी, अभिषेक खरे, अखिलेश मातेले, रवि शुक्ला, सोनू गुप्ता, बब्लू सारवानी, संजू बरसैया, मयंक मिश्रा, सुरेंद्र तोमर, देवेंद्र दिवेदी, सुनील सोनी, मेला प्रभारी विद्या पटैरिया, बाबूराम चौरसिया, नीतेश चौरसिया, पंकज जैन, आदित्य तिवारी, जीतेंद्र सिंह घोष, रवि सैनी, रामसिंह राय के साथ अन्य भाजपाई मुख्य रूप से मौजूद रहे।
मनोरंजन को ध्यान में रखकर हो रहे आयोजन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि नगर पालिका के द्वारा आयोजित मेला जलबिहार में होने वाले सभी कार्यक्रम हर वर्ग के लोगो का मनोरंजन करने के लिए आयोजित किए जाते है। इससे पहले आर्केस्ट्रा कार्यक्रम का आयोजन कुछ दिनों के लिए बंद करा दिया गया था। लेकिन स्थानीय लोगों की मांग के आधार पर यह कार्यक्रम दोबारा शुरू करना पड़ा। इस तरह के कार्यक्रमों की अवहेलना करने की बजाय, इन कार्यक्रमों को अच्छे ढंग से करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि छतरपुर में एक-दूसरे को नीचा दिखाने की राजनीति हो रही है, जबकि सभी लोगों को एकजुट होकर शहर के विकास के संबंध में लड़ाई लड़ने की जरूरत है।
सोमवार को लोकगीतों का होगा आयोजन
सोमवार को लोकगीत कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 18 अक्टूबर लोक नृत्य राई, 19 अक्टूबर को जवाबी कीर्तन, 20 अक्टूबर को ऑल इंडिया मुशायरा, 21 अक्टूबर को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, 22 अक्टूबर को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
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