बहुतकनीकी संस्थान कलोल बिलासपुर में एंटी रैगिंग पर हुई बैठक
निजी संवाददाता-शाहतलाई
परमवीर चक्र विजेता नायब सूबेदार संजय कुमार राजकीय बहुतकनीकी संस्थान कलोल बिलासपुर में मंगलवार को एंटी रैगिंग पर बैठक का आयोजन किया। इस एंटी रैगिंग शिविर के मुख्य अतिथि थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमिता चौधरी थी। इस अवसर पर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमिता चौधरी एंटी रैगिंग के बारे में बताते हुए कहा कि रैगिंग कोई मजाक नहीं बल्कि दंडनीय अपराध है। उन्होंने बताया कि एंटी रैगिंग का गठन वर्ष 2009 में हुआ है। नए छात्रों के साथ उच्च शिक्षा संस्थानों में रैगिंग की घटनाएं कभी-कभी घातक होती हैं।
उन्होंने कहा कि किसी छात्र अथवा छात्रों द्वारा संस्थान में नए आने वाले छात्र का मौखिक शब्दों अथवा लिखित वाणी द्वारा उत्पीडऩ अथवा दुव्र्यवहार करना। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से यूजीसी ने विश्वविद्यालयों, कालेजों और छात्रों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इतना ही नहीं बल्कि सभी संस्थानों में एंटी रैगिंग हेल्पलाइन होना जरूरी है। जबकि शिकायत के लिए संबंधित अधिकारी का नाम और टेलीफोन नंबर प्रकाशित करना आवश्यक है। रैगिंग की प्राथमिकी 24 घंटे के भीतर होनी चाहिए, पीडि़त, गवाह या मुखबिर की पहचान गुप्त रखी जाएगी। इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य दिनेश शर्मा ने बताया कि इस संस्थान में 250 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं लेकिन सबसे अच्छी बात है कि आज तक इस संस्थान से इस एक्ट से कोई भी मामला सामने नहीं आया है। इस अवसर पर कलोल पंचायत के उपप्रधान राकेश शर्मा, कमल शर्मा, विवेक कुमार, सुमित शर्मा, सुरेश कुमार, अनिल वर्मा, संदीप कुमार, पंकज कुमार, हिमानी शर्मा, सतीश कुमार, विनोद कुमार, विनोद गौतम, गोलू शर्मा, सुरेंद्र कुमार और चंद्रशेखर सहित मौजूद थे।
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