टोडाभीम2 घंटे पहले
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ग्रामीण विकास व पंचायत राज विभाग तथा प्रयत्न संस्था करौली के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को ग्राम पंचायत मान्नोज के राजीव गांधी सेवा केंद्र पर सरपंच रोशन लाल बैरवा की अध्यक्षता में पंचायत स्तरीय बाल शिक्षण समिति सदस्यों की भूमिका व जिम्मेदारी पर एकदिवसीय आमुखीकरण का आयोजन किया गया। इसमें जिला सहायक परियोजना अधिकारी रामेश्वर चौधरी ने आमुखीकरण के उद्देश्य पर जानकारी देते हुए बताया कि समेकित बाल संरक्षण योजना के सफल क्रियान्वयन के साथ-साथ विशेष देखरेख एवं सरंक्षण वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु पंचायत स्तर के सभी बच्चों को बालमित्र एवं बाल हितैषी माहौल उपलब्ध करवाना है। बच्चों को वयस्कों की तुलना में ज्यादा खतरा रहता है, क्योंकि बच्चों को कोई आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक आदि अधिकार प्राप्त नहीं होते हैं व बच्चे अपने अभिभावक पर निर्भर होते हैं। बच्चों को आसानी से बहलाया फुसलाया जा सकता है तथा उनका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। बच्चे अपने साथ होने वाले अपराध के खिलाफ आवाज भी नहीं उठा सकते हैं। इसलिए बच्चे समाज में सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। जिसके कारण उनको विशेष देखभाल की जरूरत होती है। बाल संरक्षण समिति सचिव हेमसिंह वर्मा ने बताया कि बच्चों से बाल श्रम करवाना अपराध है। पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति एक ऐसी समिति है जिसमें समुदाय के लोगों की, सरकारी विभागों का समर्थन, विद्यालयों एवं बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करती है। जिससे समिति की प्रभावी क्षमता, सामाजिक एवं नैतिक प्रतिबद्धता का पता चलता है। समिति ग्राम पंचायत क्षेत्र में बाल सरंक्षण से जुड़े कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन, समन्वय, निगरानी, नियंत्रण और सुधार के लिए कार्य करती है। एएनएम सुनीता मीणा ने बताया कि समिति द्वारा देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों का चिन्हीकरण, बच्चों हेतु मौजूदा संस्थाओं, विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों का सतत निरीक्षण कर आवश्यक सुधार हेतु कार्य करना चाहिए और बच्चों के सरंक्षण, विकास के लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित की जा रही योजनाओं का लाभ बच्चों को दिलाने के लिए स्थानीय स्तर पर आवश्यक प्रयास करने चाहिए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सरपंच बैरवा ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं इनका संरक्षण करना हमारा दायित्व है। इसके साथ ही सभी सदस्यों की यह जिम्मेदारी रहेगी कि सभी बैठकों में नियमित रूप से हिस्सा लें, बैठक में होने वाली चर्चा और विचार विमर्श में सक्रिय रूप से भागीदारी निभाएं । साथ ही बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, बालश्रम, बच्चों के साथ अभद्रता, बाल उत्पीड़न, शारीरिक दंड जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव आदि घटनाओं के बारे में जानकारी रखना तथा बच्चों के संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर सीधे तौर से निगरानी रखना तथा स्वयं के द्वारा अधिकारी एवं विभाग को रिपोर्ट प्रस्तुत करना। रकम सिंह ने गुड टच, बेड टच के बारे में अपने बच्चों को नियमित जानकारी देने के लिए सभी सदस्यों से अनुरोध किया। आमुखीकरण में ग्राम पंचायत मान्नोज ओर शहराकर की बाल सुरक्षा समिति सदस्यों ने भाग लिया।
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