26/11 हमलों में जान गवाने वालों को श्रद्धांजलि देने पर बोले संयुक्त राष्ट्र महासचिव
दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बुधवार को मुंबई में ताज महल पैलेस होटल में 26/11 के आतंकवादी हमलों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए श्री गुटेरेस के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी थे। श्री गुटेरेस ने होटल में 26/11 हमलों के स्मारक पर पुष्प अर्पित किए। जनवरी में दूसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। उन्होंने इससे पहले अपने पिछले कार्यकाल के दौरान अक्तूबर, 2018 में देश का दौरा किया था। इसके बाद श्री गुटेरेस ने कहा कि आतंकवाद एक बुराई है और कोई कारण, बहाना या शिकायत आतंकवाद को सही नहीं ठहरा सकता है।
ताज होटल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां इतिहास में सबसे बर्बर आतंकवादी कृत्यों में से एक हुआ, जहां 166 लोगों ने अपनी जान गंवाई। उन्होंने कहा कि मैं पीडि़तों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। वे हमारी दुनिया के हीरो हैं। मैं उनके परिवारों, उनके दोस्तों, भारत के लोगों और दुनिया के अन्य हिस्सों के उन सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने मुंबई में अपनी जान गंवाई। उन्होंने कहा कि दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। पूरी दुनिया की जिम्मेदारी है कि वे इसके खिलाफ लड़े। आतंकवाद से लडऩा संयुक्त राष्ट्र के लिए केंद्रीय प्राथमिकता है।
मैं चाहकर भी रूस-यूक्रेन जंग नहीं रोक सकता
श्री गुटेरेस ने इस मौके पर रूस-यूक्रेन के बीच चल रही जंग पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मैं चाह कर भी दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध को नहीं रोक सकता, ये हमारी शक्ति से बाहर है। मैं अमरीका, रूस, यूक्रेन, यूरोप और अन्य देशों की सहायता से ये प्रयास कर सकता हूं कि दोनों देशों के बीच समझौता कराया जा सके।
अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करना भारत की जिम्मेदारी
मुंबई। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने की सीख दी है। उन्होंने आईआईटी बॉम्बे के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने यहां मानवाधिकारों की रक्षा करके ही दुनिया में स्वीकार्यता और विश्वसनीयता हासिल की जा सकती है। मानवाधिकार परिषद का एक निर्वाचति सदस्य होने के नाते भारत पर वैश्विक मानवाधिकारों को आकार देने और अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों समेत सभी व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करने और इन्हें बढ़ावा देने की जिम्मेदारी है।
कसाब को मौत दिलाने वाली देविका से मिले यूएन चीफ
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 26/11 के मुंबई हमले में जीवित बची देविका रोटावन से भी मुलाकात की, जिन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर गोली लगी थी। बाद में उनकी गवाही से आतंकवादी अजमल कसाब के खिलाफ मुकदमा चलाया गया था।
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