निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा में प्रवासी भी हुए लाभांवित सरदारशहर. राजस्थान पत्रिका आयुष्मान वैकल्पिक चिकित्सा अभियान के तहत नि:शुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर श्रीमती गीतादेवी शिवप्रसाद सर्राफ चैरीटेबल ट्रस्ट सरदारशहर के सहयोग से मंगलवार को देव अपार्टमेंट में शुरू हुए शिविर में बुधवार को भी बड़ी संख्या में रोगी लाभान्वित हुए। शिविर का क्षेत्र के अलावा प्रावासी भी लाभ उठा रहे है। मंगल आयुर्वेदिक फार्मेसी के मुन्नालाल सेठिया ने बताया कि शिविर में प्रदूषण से शरीर पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों को रोकने के लिए ओजस्वी एवं पेट (उदर रोग), मधुमेह, श्वास- कास खांसी चिकित्सा परामर्श एवं नि:शुल्क दवा वितरण की गई। शिविर में सेवानिवृत जिला आयुर्वेद अधिकारी वैद्य वेदप्रकाश शर्मा, डा.रामप्रसाद शर्मा, डा.नवरत्न शर्मा, निर्मल कुमार सेठिया, हितेश कुमार आदि ने अपनी सेवाएं दी। शिविर में बड़ी संख्या में रोगी लाभ लाभान्वित हुए। इस अवसर पर सेठिया ने कहा कि आयुर्वेद(आयु: वेद) इन दो शब्दों के मिलने से बने आयुर्वेद शब्द का अर्थ है जीवन विज्ञान। आयुर्वेद का प्रलेखन वेदों में वर्णित है। उसका विकास विभिन्न वैदिक मंत्रों से हुआ है, जिनमें संसार तथा जीवन, रोगों तथा औषधियों के मूल तत्व, दर्शन का वर्णन किया गया है। आयुर्वेद के ज्ञान को चरक संहिता तथा सुश्रुत संहिता में व्यापक रूप से प्रलेखित किया गया था। आयुर्वेद ऐसी प्रणाली है जिसके माध्यम से रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है। इसलिए आज दुनिया का झुकाव आयुर्वेद की तरफ बढ़ रहा है। आयुर्वेद का दुनियां में कोई सानी नहीं है।
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