फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता। संकिसा में राजघाट स्थित वाइवीएस सेंटर में शनिवार को कठिन चीवरदान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि श्रीलंका के महा संघनायक आर श्रद्धालोको महाथेरा ने कहा कि बौद्ध धर्म की उत्पत्ति भारत में हुई, लेकिन हकीकत यह है कि यह धर्म विदेश में अधिक प्रचारित हुआ।
आर श्रद्धालोको महाथेरा ने कहा कि भगवान बुद्ध संकिसा में अवतरित हुए। उन्होंने यहीं पर लोगों को बौद्ध धर्म का ज्ञान दिया। हालांकि हकीकत यह है कि भारत की अपेक्षा विदेशों में लोगों ने इसे अधिक अपनाया और लाभ उठा रहे हैं। सेंटर के महासचिन भंते डा. उपनंद्र थेराे ने कहा कि अभिदम्म का अर्थ गूढ़ धर्म होता है। भगवान बुद्ध ने स्वर्ग से संकिसा में अवतरित होकर जो संदेश दिया था, उसे गूढ़ धर्म कहा जाता है।
म्यामार मंदिर के भिक्षु एस नंदा, श्रीलंका मंदिर के भिक्षु सुमन रत्न आदि ने विचार व्यक्त किए। सेंटर के प्रमुख सुरेश बौद्ध, महासमता बुद्ध विहार के संचालक भंते चेतसिक बोधि, भंते मंगल बोधि आदि मौजूद रहे। बौद्ध धर्म के अनुयाइयों ने भंतेगणों को चीवर व अन्य उपहार भेंट किए।
Edited By: Abhishek Agnihotri
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