Varanasi के लमही क्षेत्र के इंद्रेश नगर स्थित सुभाष भवन में मुस्लिम महिला फाउंडेशन और विशाल भारत संस्थान के बैनर तले मुस्लिम महिलाओं द्वारा कौमी एकता का संदेश देते हुए श्री राम और सीता की आरती उतारी गई। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में रचित श्री राम प्रार्थना और श्री राम आरती का पाठ भी किया। महिलाओं द्वारा विश्व शांति की प्रार्थना की गई। इसके अलावा आरती करते हुए श्री राम और मां सीता से वाराणसी के आदि विश्वेश्वर मंदिर परिसर को औरंगजेब के कलंक से मुक्त करने, ईरान की मुस्लिम महिलाओं को हिजाब की गुलामी से मुक्ति, रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे जंग को खत्म करने और दुनियां में राम राज्य कायम होने की भी प्रार्थना की गई।
धर्म बदलने से पूर्वज नहीं बदल सकते
इस दौरान नाजनीन अंसारी ने कहा कि धर्म बदल जाने से पूर्वज नहीं बदलते हैं और न ही मातृभूमि बदलती है। कहा कि हमारे पूर्वज पहले भगवान राम के नाम से जुड़े थे, जिससे दुनियां में लोगों द्वारा उन्हें सम्मान की दृष्टी से देखा जाता था। उन्होंने कहा कि भारत भूमि सदियाें से सनातनी परंपराओं की भूमि है। भारत में जो भी लोग हैं वे हिंदू और सनातनी संस्कारों से ही जुडे़ हैं। वहीं अरब देशों में भगवान राम की मंदिर बनने से वहां पर धर्म के नाम पर हो रही हिंसा खत्म हो जाएगी।
राम के बारे में पढ़ने से मजबूत होगा राष्ट्र
विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि जो राम नाम की शरण में रहेगा उसको नफरत और हिंसा से मुक्ति मिलेगी। राम के बारे में जब सभी लोग पढ़ेंगे और राम के बारे में जानेंगे तो राष्ट्र मजबूत होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के लोग बेचन और परेशान हैं। पाकिस्तान के लोग अपनी पुरानी जाति और पूर्वजों की तलाश कर रहे हैं, ऐसे में नफरत और हिंसा के बल पर बना देश जल्द ही टूट जाएगा और भारत में शामिल हो जाएगा।
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