मध्य प्रदेश में दिवाली के मौके पर इंदौर शहर में 70 फिट जमीन के लिए 1.72 करोड़ रुपए की बोली लगी। इसके साथ ही कमर्शियल प्रॉपर्टी में नंबर वन बन गया है। इसके पहले शहर स्वच्छता में देश में 6 बार परचम लहरा चुका है। यह बोली खजराना मंदिर परिसर की दुकान के लिए हुई थी। इस छोटी सी दुकान के लिए करीब ढाई लाख रुपए प्रति वर्ग फीट का भाव मिला।
क्या है खास बात
IDA व खजराना मंदिर समिति की नीलामी प्रक्रिया के नियमों के अनुसार, इस दुकान पर केवल खजराना गणेश मंदिर के लिए लड्डू, हार-फूल व पूजन सामग्री ही बेची जाएगी। दुकान इंदौर के खजराना गांव के देवेंद्र ठाकुर ने ही खरीदी है। वे खजराना गणेश के परम भक्त हैं।
मंदिर समिति के द्वारा हुई नीलामी की प्रक्रिया
बड़े लंबे अरसे से अटके मंदिर परिसर स्थित दुकान नं. 1-ए और 20-ए को बेचा जाना था। इसके तहत मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर इन दोनों दुकानों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। IDA के माध्यम से इसका विज्ञापन और नीलामी प्रक्रिया कराई गई। नीलामी विज्ञापन में दुकान 1-ए (करीब 70 वर्गफीट) के लिए ऑफसेट प्राइज (कम से कम) 30 लाख रु. रखा था। दीपावली के दिन जब दुकान के लिए बुलवाई गई बोलियां खोली गईं तो उसने सभी को चौंका दिया। दुकान खरीदने के लिए छह गणेश भक्तों ने भाव लगाए थे।
इस प्रकार हुई नीलामी
- पहली बोली अंशु मौर्य ने 40 लाख रु. की लगाई।
- दूसरी बोली दीपक राठौर ने 60.80 लाख रु. लगाई।
- तीसरी बोली अर्जुनसिंह ठाकुर ने 91.11 लाख रु. लगाई।
- फिर चौथी बोली शुभम माथुर ने 1.11 करोड़ रु. लगाई।
- फिर पांचवे नंबर पर उदय यादव एंड अदर्स ने 50 लाख रु. बढ़ाते हुए 1.61 करोड़ रु. लगाई।
- सबसे आखिरी में छठे नंबर पर देवेंद्र राठौर ने 1.72 करोड़ रु. की बोली लगाई। इसके बाद किसी के आगे नहीं बढ़ने पर यह बोली फाइनल कर दी गई।
पहली दुकान के बदले मिली दुसरी दुकान
इसी तरह दूसरी दुकान 20-ए के लिए ऑफसेट प्राइज 20 लाख रु. रखा गया था। इसके लिए गणेश भक्त अंशु मौर्य आगे आए। मौर्य ने पहली दुकान (1-ए) के लिए भी सबसे पहले 40 लाख रु. की बोली लगाई थी। उन्होंने दूसरी दुकान के लिए 22.51 लाख रु. की बोली लगाई। अन्य किसी के आगे नहीं आने पर यह दुकान मौर्य के लिए फाइनल कर दी गई।
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बोली के बाद अधिकारियों से की मुलाकात
देवेंद्र ठाकुर खजराना गांव के हैं व संपन्न परिवार से आते हैं। 1.72 करोड़ की दुकान मिलने के बाद उन्होंने इसे भगवान श्रीगणेश का आशीर्वाद माना। दीपावली के दिन बोली फाइनल होने के बाद उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की और कहा कि वे नियमों के तहत एक माह में यह राशि भर देंगे।
यही होगा काम
अधिकारियों ने दोहराया कि नियमों-शर्तों के तहत दुकान पर सिर्फ लड्डू, हार-फूल व पूजन सामग्री ही बेची जाएंगी। दुकान से मिलने वाली 1.72 करोड़ रु. की राशि खजराना गणेश मंदिर परिसर के खाते में जमा होगी। इसका उपयोग मंदिर के विकास व धार्मिक कामों के लिए होगा।
इसके पहले टाटा सन्स के चेयरमैन ने खरीदी थी इतने करोड़ की जमीन
इसके पूर्व मुंबई में वेदांता फाउंडेशन की ट्रस्टी रण अग्रवाल ने वर्ली क्षेत्र में सबसे महंगा फ्लैट खरीदा था। करीब 3100 वर्गफीट का यह फ्लैट 45 करोड़ रुपए में खरीदा गया था। तब इसका रेट 1.45 लाख रु. प्रति वर्गफीट था जबकि खजराना दुकान की जो दुकान बिकी है, उसका दाम दोगुना से भी ज्यादा 2.50 लाख रु. प्रति वर्गफीट है।
कुछ समय पहले पहले टाटा सन्स के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने पेंड्रा रोड पर 1.43 लाख रु. प्रति वर्गफीट के रेट से फ्लैट खरीदा था। मुंबई की ये दोनों प्रॉपर्टी रेसिडेंशियल क्षेत्र की है। दूसरी ओर कौरबे (हांगकांग) में सबसे महंगी प्रॉपर्टी का रेट करीब 2 लाख रु. (भारतीय मुद्रा के अनुसार) वर्गफीट है।
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