आखरी अपडेट: 03 जुलाई, 2023, सुबह 10:20 बजे IST
सूत्रों के मुताबिक, हिरासत में लिए गए व्यक्ति 2021 की शुरुआत से ही केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर थे। (न्यूज18/फाइल)
एनआईए के अधिकारियों ने News18 को बताया कि तलाशी के दौरान आरोपियों और उनके घरों से डिजिटल उपकरणों सहित कई आपत्तिजनक सामग्रियां जब्त की गईं
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और मुंबई पुलिस की एक संयुक्त टीम ने सोमवार तड़के मुंबई और पुणे में चार स्थानों पर छापेमारी की और चार कथित इस्लामिक स्टेट समर्थकों को हिरासत में लिया। सूत्रों के मुताबिक, हिरासत में लिए गए लोग 2021 की शुरुआत से ही केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर थे।
अधिकारियों ने News18 को बताया कि तलाशी के दौरान आरोपियों और उनके घरों से डिजिटल उपकरणों सहित कई आपत्तिजनक सामग्रियां जब्त की गईं।
मुंबई से हिरासत में लिया गया ताबिश कथित तौर पर मुख्य संचालक था जिसने एक अन्य बंदी आमिर को निष्ठा की शपथ दिलाई थी और आईएस प्रचार पत्रिका ‘वॉयस ऑफ हिंद’ में लेख भी लिखा था।
पुणे से हिरासत में लिया गया जुबैर कथित तौर पर आईएसआईएस शिमोगा मॉड्यूल से भी जुड़ा था जिसका पहले भंडाफोड़ हुआ था।
रविवार को, एनआईए ने गजवा-ए-हिंद के खिलाफ एक मामले के सिलसिले में पांच स्थानों पर छापेमारी की थी – दो पटना में और एक दरभंगा (बिहार) में और एक सूरत (गुजरात) और बरेली (उत्तर प्रदेश) में। पाकिस्तान स्थित संदिग्धों द्वारा चलाया जा रहा एक कट्टरपंथी मॉड्यूल।
एजेंसी के अनुसार, छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन और मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड और दस्तावेजों जैसे डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।
यह मामला पिछले साल 14 जुलाई को बिहार पुलिस द्वारा पटना के फुलवारीशरीफ इलाके के मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी के बाद दर्ज किया गया था। एनआईए ने आठ दिन बाद मामले को अपने हाथ में ले लिया।
दानिश पर 6 जनवरी को भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था।
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