मॉस्को। यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच अब महाशक्तियों के बीच परमाणु युद्ध का खतरा मंडराता दिख रहा है। अमेरिका अपने सहयोगी नाटो देशों के साथ परमाणु युद्ध का अभ्यास तो कर ही रहा था। अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी एलान कर दिया है कि उनके देश की सेना भी परमाणु युद्ध का अभ्यास करेगी। इससे अमेरिका और रूस के बीच तनातनी और बढ़ने की आशंका है। खास बात ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को ही रूस को सीधी चेतावनी दी थी कि वो यूक्रेन में अगर टेक्टिकल न्यूक्लियर हथियार का इस्तेमाल करेगा, तो उसे गंभीर खामियाजा भुगतना होगा।
रूस के विदेश मंत्रालय के मुताबिक उसने अमेरिका समेत तमाम देशों को परमाणु युद्धाभ्यास की जानकारी दे दी है। अमेरिका और नाटो के देश 30 अक्टूबर तक परमाणु युद्धाभ्यास कर रहे हैं। नाटो देशों के इस परमाणु अभ्यास में 14 देश शामिल हैं। बेल्जियम में ये अभ्यास हो रहा है। अब रूस के परमाणु युद्ध के अभ्यास में उसके खतरनाक परमाणु हथियार देखे जा सकते हैं। हालांकि, रूस ने कहा है कि वो सही में कोई परमाणु बम नहीं फोड़ेगा, लेकिन फिर भी परमाणु बम ले जा सकने वाली मिसाइलों और विमानों से अभ्यास किया जाएगा।
सबसे अहम बात ये है कि इस साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने से पहले पुतिन ने इसी तरह अपनी सेना का लंबा युद्धाभ्यास कराया था। उस युद्धाभ्यास में रूस के करीबी बेलारूस की सेना ने भी हिस्सा लिया था। इसी वजह से पुतिन के परमाणु अभ्यास के एलान से यूक्रेन और अमेरिका समेत नाटो देश चिंतित हैं। रूस ने यूक्रेन पर दो दिन पहले डर्टी बम के इस्तेमाल की प्लानिंग करने का आरोप भी लगाया था। इस आरोप को लगाने के बाद रूस की सेना हाई अलर्ट पर है। डर्टी बम में यूरेनियम का इस्तेमाल किया जाता है। ये परमाणु बम तो नहीं होता, लेकिन यूरेनियम के इस्तेमाल की वजह से आने वाली पीढ़ियों को कैंसर और अन्य घातक बीमारियां दे सकता है।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post