बयाना2 घंटे पहले
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भाई-बहन का प्रेम होता ही ऐसा है कि उसका भाई चाहे कहीं भी हो उसे बहन भाई दूज के दिन जरूर याद करती है। ऐसा ही नजारा गुरुवार को भाई दूज के मौके पर बयाना जेल परिसर में देखने को मिला। यहां कई बहनें जेल में बंद अपने कैदी भाइयों को तिलक करने के लिए पहुंची।
कारागार में आज भाई दूज के मौके पर बड़ी संख्या में बहनें दूरदराज से अपने बंदी भाइयों को तिलक करने आई। बहनों ने बंदी भाइयों की लम्बी उम्र की कामना करते हुए भविष्य में अपराध से दूर रहने का वादा भी कैदी भाइयों से लिया। साथ ही बहनों ने अपने भाइयों की जल्द रिहाई की कामना भी की।
सलाखों के बीच भाइयों को तिलक करते समय कई बहनों की आंखे भर आईं और उनकी रुलाई फूट पड़ी। बहनों ने भाइयों को मिठाई और फल भी दिए।
जेल प्रशासन की ओर से भी इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से विशेष इंतजाम किए गए। बहनों द्वारा भाइयों के लिए लाई गई मिठाई आदि सामान की पहले तलाशी ली और संतुष्टि के बाद ही उन्हें जेल में बंद भाइयों को सलाखों के बीच से तिलक करने की अनुमति मिली।
भाईदूज के मौके पर जेल में बंद अपने भाई को तिलक करती महिला
सब-जेलर केदार बैरवा ने बताया कि जेल विभाग की ओर से प्राप्त गाइडलाइन का पालन करते हुए भाई दूज पर्व के मौके पर जेल में आई बहनों को अपने कैदी भाइयों को तिलक करने का अवसर दिया गया।
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