नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कहा कि गांधी हमारे रोल माडल हैं। आजादी के अमृतकाल में उनके विचारों को लेकर चिंतन करने की जरूरत है। राज्यपाल दिल्ली विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के अंतर्गत बृहस्पतिवार को आयोजित विशेष व्याख्यान में बोल रहे थे। व्याख्यान का विषय गांधी और आज का भारत था।
लोगों को देवभूमि उत्तराखंड देखने के लिए किया आमंत्रित
उन्होंने आगे कहा कि गांधी ने भारत के लोगों की मानसिकता को ही नहीं अपितु पूरी दुनिया की सोच को बदला है। आज दुनिया भी गांधीजी को याद करती है चाहे वह रूस और यूक्रेन के बीच, चीन और ताइवान के बीच संघर्ष हो। इस बीच राज्यपाल ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों को देवभूमि उत्तराखंड देखने के लिए आमंत्रित भी किया।
गांधी भारत के मूल विचार में आते हैं नज़र: डीयू कुलपति
इस अवसर पर सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक पद्म भूषण डा. बिंदेश्वर पाठक ने अपने व्याख्यान में अस्पृश्यता की बात की।उन्होंने पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित ऊषा का भी उदाहरण दिया जो मैला उठाने वाली सफाईकर्मी थीं। डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि गांधी भारत के मूल विचार में नज़र आते हैं। भारत सरकार उनके अंतिम व्यक्ति के हित में काम करने के आह्वान पर अमल करते हुए अंत्योदय तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।
इस अवसर पर अधिष्ठाता महाविद्यालय प्रो. बलराम पाणि, दक्षिण परिसर के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह, कुलसचिव डा. विकास गुप्ता, डीयू शताब्दी समारोह समिति की संयोजक प्रो. नीरा अग्निमित्र और गांधी भवन के निदेशक प्रो. केपी सिंह सहित विश्वविद्यालय के डीन, कालेजों के प्राचार्य, संकाय सदस्य और अनेक विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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Edited By: Pradeep Kumar Chauhan
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