Edited By Yaspal,Updated: 29 Oct, 2022 09:56 PM
असम पुलिस ने 7 जर्मन पर्यटकों को हिरासत में लिया है। सभी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। लेकिन वह चोरी छिपे ईसाई धर्म का पालन करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। इनके साथ एक झारखंड के शख्स को भी हिरासत में लिया है
नेशनल डेस्कः असम पुलिस ने 7 जर्मन पर्यटकों को हिरासत में लिया है। सभी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। लेकिन वह चोरी छिपे ईसाई धर्म का पालन करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। इनके साथ एक झारखंड के शख्स को भी हिरासत में लिया है। जो जर्मन ग्रुप की मदद कर रहा था। बताया जा रहा है कि पकड़े गए लोगों में महिलाएं भी शामिल हैं।
असम के गोलाघाट जिले के एसपी रमनदीप कौर ने बताया कि आरोपियों के पास टूरिस्ट वीजा है। वह सभी पर्यटक वीजा पर कोई मिशनरी कार्य नहीं कर सकते। उन्होंने बताया कि उन्होंने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। उन्हें कल वापस जर्मन डिपोर्ट कर दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक धर्म संबधी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आने पर मिशनरी (एम) वीजा लगता है। लेकिन सभी आरोपी टूरिस्ट वीजा पर आए थे। सभी गैर कानूनी ढंग से लोगों के बीच ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे थे। पुलिस के अनुसार सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों पर 500 यूएस डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है।
पुलिस ने बताया कि सभी जर्मन नागरिकों को गोलाघाट जिले के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में रखा गया है। पुलिस ने कहा कि उन स्थानीय ईसाई संगठनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है जिन्होंने जर्मन नागरिकों को सही तरह के वीजा के बारे में सही सलाह दिए बिना आमंत्रित किया था। पुलिस के अनुसार, सात जर्मन नागरिक तिनसुकिया, मार्गेरिटा और कार्बी आंगलोंग में धार्मिक सभाओं में शामिल हुए और शनिवार को तेजपुर में इस तरह के एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post