संवाद सूत्र, धोरैया (बांका) : Conversion- बटसार पंचायत के अस्सी गांव में करीब एक दर्जन महादलित परिवारों ने सनातन धर्म को छोड़कर इसाई धर्म को अपनाया है। ऐसे लोग प्रत्येक रविवार को देवेंद्र दास के घर में प्रार्थना सभा का आयोजन करता है। इधर, धर्म परिवर्तन की सूचना पर कई लोग सोमवार को वहां पहुंचकर देवेंद्र सहित उनके स्वजनों से ऐसा नहीं करने पर बल दिया।
इस बाबत देवेंद्र एवं उसकी पत्नी पुतुल देवी ने कहा कि इसाई धर्म अपनाने पर उसके पति पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। देवेंद्र दास ने बताया कि उसके पुत्र बीके दास भागलपुर में इसाई धर्म से जुड़ा है। वे सबौर निवासी गौतम सुरेश के संपर्क में पिछले दो वर्षों से ईसाई धर्म का प्रचार कर रहा है। प्रार्थना सभा करा रहे उनके भतीजे कुलदीप कुमार ने बताया कि वह इंटर की पढ़ाई करने के बाद भगवान ईशु की शरण में गया। जिससे उसकी सभी परेशानी दूर हो गई। प्रार्थना सभा में शामिल कलावती देवी, यशोदा देवी, रानी देवी,राजेंद्र दास आदि ने बताया कि इस धर्म परिवर्त्तन करने से उन्हें कोई पैसे नहीं मिले हैं।
आरोप- रुपयों के लालच देकर कराया जा रहा धर्म परिवर्तन
इधर, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पैसे देकर प्रार्थना के लिए सभी को बुलाया जाता है। पंचायत के मुखिया रजनीश कुमार ने बताया कि वे बीडीओ को इस घटना की जानकारी देंगे। ताकि समाज को धर्म परिवर्तन से बचाया जा सके। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि सुविधाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ऐसा कराया जा रहा है। गांव के कई परिवार सनातन धर्म को छोड़ चुके हैं। यह गलत है, इसे कैसे स्वीकार किया जा सकता है। ग्रामीण दबे मुंह कई तरह की बातें कर रहे हैं। फिलहाल, जिला प्रशासन तक इस बाबत कोई शिकायत नहीं की गई है।
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Edited By: Shivam Bajpai
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