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भिवानी। देश की तरक्की में 56 साल के हरियाणा ने हमेशा से अहम भूमिका अदा की है। वहीं जिले के मुक्केबाजों ने धड़ाधड़ चले पंचों ने भिवानी को मिनी क्यूबा का नाम दिया तो कुश्ती, कबड्डी और एथलेटिक्स ने भी प्रदेश का मान बढ़ाया है। गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी बनने के बाद अब काफी कोच के रूप में नई पौध को प्रशिक्षित करने में जुटे हैं। अपनी खेल प्रतिभा के दम में यहां से खिलाड़ियों ने हरियाणा प्रदेश के लिए पदकों व अवॉर्ड की झड़ी लगा दी। देश को मुक्केबाजी ओलंपिक गेम्स में पहला मेडल दिलाने वाले गांव पालुवास निवासी विजेंद्र सिंह बैनीवाल है। प्रदेश को पहला अर्जुन अवॉर्ड दिलाने वाले भी गांव धनाना के भीम सिंह है। प्रदेश को अर्जुन, भीम के साथ द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिलाने में भी जिले की अहम भूमिका रही है जिसे सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है।
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मुक्केबाजी: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भिवानी को मिनी क्यूबा के नाम से पहचान दिलाने वाले ओलंपिक पदक विजेता बिजेंद्र सिंह बैनीवाल, गांव निवासी परमजीत समोता, देवसर निवासी मनीष कौशिक, जितेंद्र शर्मा, विकास कृष्णन यादव, अखिल कुमार, नीतू घनघस, जैस्मिन लंबोरिया, साक्षी घणघस ने मान बढ़ाया है।
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कुश्ती: अंतरराष्ट्रीय पहलवान गांव लेघां निवासी भीम अवॉर्डी नरेश, गांव बामला से भीम अवॉर्डी विरेंद्र पहलवान, अनीता, गांव बामला निवासी मोहित ग्रेवाल, ललित, मोहित, गांव नगला से प्रियंका, भतेरी, पिंकी, पुष्पा, गांव धारेडू का नीरज है।
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एथलेटिक्स: जैवलिन थ्रो में नई अनाज मंडी निवासी अनिल तंवर, ओमनारायण परमार, विरेंद्र, हेमर थ्रो में मधु तिगड़ाना, पोलवॉल्ट में प्रवीण तंवर, ट्रिपल जंप रेणु वर्मा, गांव टीटानी से धावक अन्नी रापड़िया।
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कबड्डी: गुरु द्रोणाचार्य अवॉर्डी असन कुमार सांगवान, रामेहर सिंह घणघस और पूर्व उप निदेशक छाजूराम गोयत हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोनू गोयत कुंगड, समरजीत, नवीन गोयत कुंगड, भैणी कुंगड़ से ज्योति व काफी, मोहित गोयत ने मान बढ़ाया है।
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जिले के ये खिलाड़ी पा चुके हैं विभिन्न पदों पर नियुक्ति
जिले के बॉक्सर विजेंद्र सिंह को डीएसपी, विकास यादव को डीएसपी, मनीष कौशिक भारतीय सेना में सूबेदार, पूजा बोहरा आयकर विभाग में इंस्पेक्टर, अखिल कुमार डीएसपी, जितेंद्र देवसर डीएसपी, परमजीत समोता डीएसपी, दिनेश सांगवान हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर पद, नीतू घनघस रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर, प्रविंद्र लंबोरिया रेलवे टीटी, जैस्मिन लंबोरिया भारतीय सेना में हेड कॉस्टेबल पर नियुक्त हो चुके हैं।
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56 साल में नहीं मिला कोई बड़ा उद्योग
भिवानी में हरियाणा बनने के बाद कोई बड़ा उद्योग नहीं लगा। 56 साल में भिवानी से कपड़ा उद्योगों का कारोबार जरूर सिमट गया। हालांकि अभी भी देश के कई राज्यों में यहां के कपड़ा उद्योगों का कारोबार हो रहा है, जबकि बाहर से भी पकड़ा आयात हो रहा है। भिवानी में करीब ढाई सौ लघु उद्योग भी हैं, जिनमें ज्यादातर प्लास्टिक दाना उद्योग हैं। कुछ छोटी इस्पात इंडस्ट्रीज भी हैं।
भिवानी। देश की तरक्की में 56 साल के हरियाणा ने हमेशा से अहम भूमिका अदा की है। वहीं जिले के मुक्केबाजों ने धड़ाधड़ चले पंचों ने भिवानी को मिनी क्यूबा का नाम दिया तो कुश्ती, कबड्डी और एथलेटिक्स ने भी प्रदेश का मान बढ़ाया है। गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी बनने के बाद अब काफी कोच के रूप में नई पौध को प्रशिक्षित करने में जुटे हैं। अपनी खेल प्रतिभा के दम में यहां से खिलाड़ियों ने हरियाणा प्रदेश के लिए पदकों व अवॉर्ड की झड़ी लगा दी। देश को मुक्केबाजी ओलंपिक गेम्स में पहला मेडल दिलाने वाले गांव पालुवास निवासी विजेंद्र सिंह बैनीवाल है। प्रदेश को पहला अर्जुन अवॉर्ड दिलाने वाले भी गांव धनाना के भीम सिंह है। प्रदेश को अर्जुन, भीम के साथ द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिलाने में भी जिले की अहम भूमिका रही है जिसे सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है।
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मुक्केबाजी: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भिवानी को मिनी क्यूबा के नाम से पहचान दिलाने वाले ओलंपिक पदक विजेता बिजेंद्र सिंह बैनीवाल, गांव निवासी परमजीत समोता, देवसर निवासी मनीष कौशिक, जितेंद्र शर्मा, विकास कृष्णन यादव, अखिल कुमार, नीतू घनघस, जैस्मिन लंबोरिया, साक्षी घणघस ने मान बढ़ाया है।
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कुश्ती: अंतरराष्ट्रीय पहलवान गांव लेघां निवासी भीम अवॉर्डी नरेश, गांव बामला से भीम अवॉर्डी विरेंद्र पहलवान, अनीता, गांव बामला निवासी मोहित ग्रेवाल, ललित, मोहित, गांव नगला से प्रियंका, भतेरी, पिंकी, पुष्पा, गांव धारेडू का नीरज है।
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एथलेटिक्स: जैवलिन थ्रो में नई अनाज मंडी निवासी अनिल तंवर, ओमनारायण परमार, विरेंद्र, हेमर थ्रो में मधु तिगड़ाना, पोलवॉल्ट में प्रवीण तंवर, ट्रिपल जंप रेणु वर्मा, गांव टीटानी से धावक अन्नी रापड़िया।
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कबड्डी: गुरु द्रोणाचार्य अवॉर्डी असन कुमार सांगवान, रामेहर सिंह घणघस और पूर्व उप निदेशक छाजूराम गोयत हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोनू गोयत कुंगड, समरजीत, नवीन गोयत कुंगड, भैणी कुंगड़ से ज्योति व काफी, मोहित गोयत ने मान बढ़ाया है।
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जिले के ये खिलाड़ी पा चुके हैं विभिन्न पदों पर नियुक्ति
जिले के बॉक्सर विजेंद्र सिंह को डीएसपी, विकास यादव को डीएसपी, मनीष कौशिक भारतीय सेना में सूबेदार, पूजा बोहरा आयकर विभाग में इंस्पेक्टर, अखिल कुमार डीएसपी, जितेंद्र देवसर डीएसपी, परमजीत समोता डीएसपी, दिनेश सांगवान हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर पद, नीतू घनघस रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर, प्रविंद्र लंबोरिया रेलवे टीटी, जैस्मिन लंबोरिया भारतीय सेना में हेड कॉस्टेबल पर नियुक्त हो चुके हैं।
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56 साल में नहीं मिला कोई बड़ा उद्योग
भिवानी में हरियाणा बनने के बाद कोई बड़ा उद्योग नहीं लगा। 56 साल में भिवानी से कपड़ा उद्योगों का कारोबार जरूर सिमट गया। हालांकि अभी भी देश के कई राज्यों में यहां के कपड़ा उद्योगों का कारोबार हो रहा है, जबकि बाहर से भी पकड़ा आयात हो रहा है। भिवानी में करीब ढाई सौ लघु उद्योग भी हैं, जिनमें ज्यादातर प्लास्टिक दाना उद्योग हैं। कुछ छोटी इस्पात इंडस्ट्रीज भी हैं।
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