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- The Length Of The Bridge On Rengakatera Chandanbirhi Road Will Be 270, Width 8.4 And Height Will Be 6 Meters, Tender Process Started
बालोद2 घंटे पहले
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इसी स्थान पर पुल बनाने दो माह पहले इंजीनियर निरीक्षण कर चुके है।
गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम रेंगाकठेरा से चंदनबिरही मार्ग पर तांदुला नदी पर उच्च स्तरीय टू लेन पुल व पहुंच मार्ग का निर्माण होगा। इसके लिए वर्तमान में सेतु विभाग की ओर से टेंडर प्रक्रिया चल रही है। जिसके बाद एजेंसी तय की जाएगी फिर ड्राइंग, डिजाइन तैयार किया जाएगा। जिसकी पुष्टि मंगलवार को सेतु विभाग के एसडीओ ए. हरियाले ने की है।
पुल की लंबाई 270 मीटर व चौड़ाई 8.4 मीटर रहेगी और ग्राउंड लेवल से ऊंचाई 6 मीटर के आसपास रहेगी। पुल तैयार होने के बाद आने-जाने के लिए एप्रोच रोड का निर्माण भी किया जाएगा। शासन ने प्रशासकीय राशि स्वीकृत कर निर्माण कार्य को पूरा कराने की जिम्मेदारी सेतु विभाग दुर्ग को दी है।
जिसके बाद अगस्त माह में विभागीय इंजीनियर जिस स्थान पर पुल बनना प्रस्तावित है, वहां निरीक्षण करने पहुंचे थे। सेतु विभाग का दावा है कि टेंडर जारी होने के बाद जल्द काम शुरू किया जाएगा। हालांकि अभी समय निर्धारित नहीं किया गया है। मानसून सीजन समाप्त होने के बाद काम शुरू होने की बातें विभागीय अफसरों व जनप्रतिनिधियों ने कही थी।
शार्टकट मार्ग इसलिए पुल बनने से लोगों को राहत मिलेगी
चंदनबिरही के गिरधर देवांगन ने बताया कि बारिश सीजन में एनीकट डूब जाता है इसलिए आवाजाही बंद हो जाती है। शार्टकट मार्ग होने से पुल बनने से गुंडरदेही, सिकोसा क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी। प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद फिलहाल काम शुरू कराने किसी प्रकार का रोड़ा नहीं है। सेतु विभाग के अनुसार निजी जमीन आने की स्थिति में अधिग्रहण की कार्रवाई कर प्रभावित लोगों को निर्धारित शासकीय दर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा।
जिस स्थान पर पुल बनना प्रस्तावित है, वहां एनीकट बना हुआ है लेकिन मानसून सीजन में ज्यादा बारिश होने से आवाजाही बंद हो जाती है। संसदीय सचिव व गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि दो माह पहले शासन की ओर से पुल निर्माण कार्य के लिए 7 करोड़ 30 लाख 81 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है।
तकनीकी स्वीकृति मिलेगी फिर टेंडर जारी होगा
पुल निर्माण कार्य के संबंध में लोक निर्माण विभाग के उप सचिव की ओर से पत्र जारी किया गया है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर जारी कर एजंेसी चयन से लेकर अन्य जरूरी औपचारिकता पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाए। सक्षम अधिकारी डिजाइन, ड्राइंग तैयार करेंगे। वर्तमान में विभाग की ओर से यह प्रोसेस चल रहा है।
क्षेत्रवासी लंबे समय से पुल बनाने की मांग करते आ रहे है इसलिए संसदीय सचिव की मांग पर वर्ष 2021-2022 के बजट में इस प्रोजेक्ट को शामिल किया गया था। काम पूरा होने के बाद बारिश सीजन में भी लोग आना-जाना कर सकेंगे। आवागमन में नदी में बने एनीकट में भरा पानी बाधा नहीं बनेगा। क्षेत्रवासियों की बरसों पुरानी मांग पूरी होगी। शासन, विभाग की ओर से प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई है, जिसका इंतजार विभागीय अफसर व ग्रामीण कर रहे थे।
तेज बारिश में हर साल डूब जाता है एनीकट
पुल बनने के बाद रेंगाकठेरा, चंदनबिरही, सनौद, नवागांव, कोटगांव, खेरूद, झीका सहित आसपास के 20 गांवों के लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी। इसके अलावा दूसरे क्षेत्र के लोग गंतव्य स्थान पहुंचने के लिए शार्टकट मार्ग से आना-जाना कर सकेंगे। हर साल अच्छी बारिश होने पर एनीकट पानी में डूब जाता है इसलिए लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है।
इस वजह से ही क्षेत्रवासी लंबे समय से पुल बनाने की मांग करते आ रहे हैं। अब इनकी मांग पूरी होने जा रही है। सुविधा के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। सेतु निर्माण विभाग दुर्ग के एसडीओ ए. हरियाले, सब इंजीनियर बीके साहू ने बताया कि तांदुला नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण कराने शासन से प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद नियमानुसार कार्रवाई चल रही है।
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