कर्मचारियों से 1 करोड़ से ज्यादा रू लेकर फरार तीसरा आरोपी अरविंद को पुलिस ने गिरफ्तार किया। विज्?
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रोहतक। गोहाना रोड स्थित फर्म से जुड़े 550 श्रमिकों की एक माह की 1 करोड़ 5 लाख की राशि हड़पने के मामले में आर्थिक अपराध जांच शाखा ने यूपी के मोदी नगर में छापा मारा, जहां आरोपी अरविंद भार्गव के गैराज के अंदर जमीन में नोटों के बंडल दबे मिले। पुलिस द्वारा गिनती में यह राशि 40 लाख निकली है। पुलिस की टीम बरामद राशि व आरोपी को लेकर बुधवार को रोहतक पहुंची, जहां उसे अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
सीआईए प्रथम प्रभारी एसआई अनेश कुमार ने बताया कि 13 अक्तूबर को श्रमिक बलवान सिंह व अन्य ने सिटी थाने में शिकायत थी कि करीब 550 श्रमिक एक निजी फर्म के माध्यम से हिसार रोड स्थित नटबोल्ट की दो कंपनियों में काम करते थे। फर्म मालिक महम के फरमाणा खास निवासी विकास ने सितंबर माह का वेतन एक करोड़ पांच लाख रुपये बैंक से खुद ले लिया। जबकि पहले वेतन सभी श्रमिकों के खाते में आता था। जब उन्होंने संपर्क किया तो आरोपी फरार हो गया। सिटी थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। एसपी उदय सिंह मीना ने मामले की जांच सीआईए प्रथम को सौंपी। सीआईए प्रथम ने कार्रवाई करते हुए विकास व सोनीपत की एक महिला को गिरफ्तार किया, जो विकास के साथ रह रही थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि एक आरोपी अरविंद भार्गव मोदी नगर में रह रहा है। एसपी के निर्देश पर सीआईए व आर्थिक अपराध जांच शाखा की संयुक्त टीम ने मोदी नगर में दबिश दी और आरोपी अरविंद भार्गव को काबू किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने राशि गैराज के अंदर गड्ढा खोदकर दबा रखी है। खुदाई करके नोटों के बंडल बरामद किए गए।
……..
एक मीडिया संस्थान में कर्मचारी रह चुका है अरविंद
पुलिस के मुताबिक मुताबिक आरोपी अरविंद भार्गव एक मीडिया संस्थान में काम कर चुका है। रौब दिखाने के लिए उसने घर पर नेम प्लेट भी लगा रखी थी। पास पड़ोस में उसका आना-जाना नहीं था। काफी समय से उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर लोगों को उस पर शक था। पड़ोसियों के अनुसार कुछ दिन पूर्व भी उसके यहां पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस की कार्रवाई पर नजर रखने के लिए आरोपी ने घर के बाहर तीन सीसीटीवी कैमरे भी लगवा रखे थे।
अरविंद भार्गव ने दिलवाया था विकास व महिला मित्र को मकान
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि विकास व उसकी महिला मित्र आरोपी अरविंद भार्गव के संपर्क में आए। उसी ने दोनों को मोदी नगर में मकान दिलवाया था। पुलिस को विकास की मोदी नगर में मौजूदगी की भनक लगी। एक दिन पहले वहां दबिश भी दी थी, लेकिन आरोपी फरार हो गए थे। विकास व उसकी महिला मित्र पकड़ में आ गई, लेकिन अरविंद भार्गव बच गया था। उसे अब मंगलवार की रात को दबिश देकर काबू किया गया।
योजना के तहत मारा पुलिस ने छापा, नहीं लगी यूपी पुलिस को भनक
रोहतक पुलिस ने योजना के तहत मोदीनगर में छापा मारा, जिसकी स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लगी। सूचना पाकर मोदी नगर पुलिस मौके पर पहुंची। उस समय भीड़ जमा थी।
यह था मामला
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक 550 श्रमिकों का सितंबर माह का वेतन 1 करोड़ 5 लाख रुपये था। उसमें से 42 लाख रुपये में भिवानी में जमीन खरीदने की बात सामने आ रही है। जबकि मोदी नगर के एक मकान से 40 लाख की राशि बरामद की है।
वर्जन-
श्रमिकों के एक करोड़ 5 लाख रुपये हड़पने के मामले में अपराध जांच शाखा व आर्थिक अपराध जांच शाखा की संयुक्त टीम ने मोदी नगर में दबिश दी, जहां से तीसरे आरोपी अरविंद भार्गव को गिरफ्तार किया गया है। उसे अदालत में पेश कर बुधवार को दो दिन के रिमांड पर लिया गया। अब मामले की आगे की जांच आर्थिक अपराध जांच शाखा करेगी।
– एसआई अनेश कुमार, प्रभारी अपराध जांच शाखा प्रथम
रोहतक। गोहाना रोड स्थित फर्म से जुड़े 550 श्रमिकों की एक माह की 1 करोड़ 5 लाख की राशि हड़पने के मामले में आर्थिक अपराध जांच शाखा ने यूपी के मोदी नगर में छापा मारा, जहां आरोपी अरविंद भार्गव के गैराज के अंदर जमीन में नोटों के बंडल दबे मिले। पुलिस द्वारा गिनती में यह राशि 40 लाख निकली है। पुलिस की टीम बरामद राशि व आरोपी को लेकर बुधवार को रोहतक पहुंची, जहां उसे अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
सीआईए प्रथम प्रभारी एसआई अनेश कुमार ने बताया कि 13 अक्तूबर को श्रमिक बलवान सिंह व अन्य ने सिटी थाने में शिकायत थी कि करीब 550 श्रमिक एक निजी फर्म के माध्यम से हिसार रोड स्थित नटबोल्ट की दो कंपनियों में काम करते थे। फर्म मालिक महम के फरमाणा खास निवासी विकास ने सितंबर माह का वेतन एक करोड़ पांच लाख रुपये बैंक से खुद ले लिया। जबकि पहले वेतन सभी श्रमिकों के खाते में आता था। जब उन्होंने संपर्क किया तो आरोपी फरार हो गया। सिटी थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। एसपी उदय सिंह मीना ने मामले की जांच सीआईए प्रथम को सौंपी। सीआईए प्रथम ने कार्रवाई करते हुए विकास व सोनीपत की एक महिला को गिरफ्तार किया, जो विकास के साथ रह रही थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि एक आरोपी अरविंद भार्गव मोदी नगर में रह रहा है। एसपी के निर्देश पर सीआईए व आर्थिक अपराध जांच शाखा की संयुक्त टीम ने मोदी नगर में दबिश दी और आरोपी अरविंद भार्गव को काबू किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने राशि गैराज के अंदर गड्ढा खोदकर दबा रखी है। खुदाई करके नोटों के बंडल बरामद किए गए।
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एक मीडिया संस्थान में कर्मचारी रह चुका है अरविंद
पुलिस के मुताबिक मुताबिक आरोपी अरविंद भार्गव एक मीडिया संस्थान में काम कर चुका है। रौब दिखाने के लिए उसने घर पर नेम प्लेट भी लगा रखी थी। पास पड़ोस में उसका आना-जाना नहीं था। काफी समय से उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर लोगों को उस पर शक था। पड़ोसियों के अनुसार कुछ दिन पूर्व भी उसके यहां पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस की कार्रवाई पर नजर रखने के लिए आरोपी ने घर के बाहर तीन सीसीटीवी कैमरे भी लगवा रखे थे।
अरविंद भार्गव ने दिलवाया था विकास व महिला मित्र को मकान
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि विकास व उसकी महिला मित्र आरोपी अरविंद भार्गव के संपर्क में आए। उसी ने दोनों को मोदी नगर में मकान दिलवाया था। पुलिस को विकास की मोदी नगर में मौजूदगी की भनक लगी। एक दिन पहले वहां दबिश भी दी थी, लेकिन आरोपी फरार हो गए थे। विकास व उसकी महिला मित्र पकड़ में आ गई, लेकिन अरविंद भार्गव बच गया था। उसे अब मंगलवार की रात को दबिश देकर काबू किया गया।
योजना के तहत मारा पुलिस ने छापा, नहीं लगी यूपी पुलिस को भनक
रोहतक पुलिस ने योजना के तहत मोदीनगर में छापा मारा, जिसकी स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लगी। सूचना पाकर मोदी नगर पुलिस मौके पर पहुंची। उस समय भीड़ जमा थी।
यह था मामला
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक 550 श्रमिकों का सितंबर माह का वेतन 1 करोड़ 5 लाख रुपये था। उसमें से 42 लाख रुपये में भिवानी में जमीन खरीदने की बात सामने आ रही है। जबकि मोदी नगर के एक मकान से 40 लाख की राशि बरामद की है।
वर्जन-
श्रमिकों के एक करोड़ 5 लाख रुपये हड़पने के मामले में अपराध जांच शाखा व आर्थिक अपराध जांच शाखा की संयुक्त टीम ने मोदी नगर में दबिश दी, जहां से तीसरे आरोपी अरविंद भार्गव को गिरफ्तार किया गया है। उसे अदालत में पेश कर बुधवार को दो दिन के रिमांड पर लिया गया। अब मामले की आगे की जांच आर्थिक अपराध जांच शाखा करेगी।
– एसआई अनेश कुमार, प्रभारी अपराध जांच शाखा प्रथम
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