हाइलाइट्स
इस युग में मनुष्यों की बुद्धि धर्म से विपरीत होगी.
महर्षि वेदव्यास ने कलयुग के बारे में हजारों वर्ष पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी.
पुराणों में कलयुग के अंतिम चरण में भगवान (श्री विष्णु) द्वारा मानव-अवतार लेने की भविष्यवाणी की गई है. उनके उस अवतार को कल्कि अवतार कहा गया है, जो कि श्वेत अश्व पर सवार होंगे. पुराणों के अनुसार, अभी कलियुग को शुरू हुए कुछ हजार वर्ष ही व्यतीत हुए हैं, जबकि यह युग 432,000 मानव-वर्षों का है. आधुनिक काल-गणना के हिसाब से देखा जाए तो कलियुग का प्रारंभ 3102 ईसा पूर्व से हुआ था, जब पांच ग्रह मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि मेष राशि पर 0 डिग्री पर हो गए थे.
विद्वानों का मत है कि अब तक कलयुग के 3102+2022= 5124 वर्ष बीत चुके हैं. 432,000 में से 5124 वर्ष घटाने पर 4,26,876 वर्ष शेष रह जाते हैं, यानि कलयुग की अभी बहुत अवधि बाकी है. कलयुग का अभी प्रथम चरण ही चल रहा है. हालांकि अभी से जनमानस में कल्कि अवतार की पूजा, आरती और प्रार्थना होती है. गाजियाबाद के पंडित आचार्य रजनीश त्रिपाठी कहते हैं कि कलयुग को धर्मग्रंथों में वर्णित सृष्टि चक्र के बाकी तीनों युगों से सबसे निकृष्ट माना गया है.
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इस युग में धर्म का लोप होता है और बुराइयां बढ़ती जाती हैं. इस युग में पृथ्वी पर मनुष्यों से श्रेष्ठ और कोई प्राणी नहीं होते. देव-दानव, यक्ष, गंधर्व इत्यादि पृथ्वी पर वास नहीं करते, अपितु इंसान ही अपने कर्मों के अनुसार इनके रूप में जीवन जीते हैं, इसलिए जब कोई व्यक्ति अच्छे कर्म करता है या जिंदगियां बचाता है तो उसे देवता कह दिया जाता है, वहीं जो बुराइयों में लिप्त रहता है, अंहकारी व पापाचारी होता है उसे राक्षस बता दिया जाता है. जनमानस में बुरे लोगों की तुलना रावण-कंस जैसे राक्षसों से की जाती है.
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महाभारत में महर्षि वेदव्यास ने कलयुग के बारे में हजारों वर्ष पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी. महर्षि के अनुसार, इस युग में मनुष्यों में वर्ण और आश्रम संबंधी प्रवृति नहीं होगी. वेदों का पालन करने वाले नहीं रह जाएंगे. यहां तक कि विवाह को धर्म नहीं माना जाएगा. शिष्य गुरु के अधीन नहीं रह जाएंगे. ज्यों-ज्यों घोर कलयुग आएगा त्यों-त्यों सौराष्ट्र, अवंति, अधीर, शूर, अर्बुद और मालव देश के ब्राह्मणगण संस्कार-शून्य हो जाएंगे तथा राजा लोग भी शूद्रतुल्य हो जाएंगे.
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Tags: Dharma Aastha, Dharma Culture
FIRST PUBLISHED : November 03, 2022, 22:00 IST
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