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नए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बृहस्पतिवार देर शाम चार्ज संभाल लिया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध और ड्रग्स पर अंकुश लगाना उनकी प्राथमिकता होगी।
अजय सिंह पूर्व में हरिद्वार जिले में एसपी देहात रह चुके हैं। हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति और अपराध के नेचर से बखूबी परिचित हैं। लेकिन बदलते वक्त के साथ साइबर अपराधों में तेजी आई है। दो साल तक एसटीएफ में काम करने वाले अजय सिंह बृहस्पतिवार को हरिद्वार के पुलिस कप्तान बनाए गए। कप्तान का चार्ज संभालने के बाद एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि एसटीएफ में अपराध और अपराधियों की नब्ज समझ में आ गई। साइबर अपराध और ड्रग्स के अवैध कारोबारियों से सख्ती से निपटा जाएगा। कानून व्यवस्था बनाए रखना और पीड़ित केंद्रित पुलिसिंग उनकी प्राथमिकता होगी। संगठित अपराध पर कठोर कार्रवाई और जनता में सुरक्षा की भावना जागृत की जाएगी।
निवर्तमान एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत का 14 महीने का हरिद्वार जिले का कार्यकाल चुनौतीपूर्ण रहा। विधानसभा और जिला पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग ले संपन्न कराया। सितंबर में जिले की कमान संभालने वाले एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में कई घटनाएं हुईं। लेकिन अधिकतर घटनाओं का खुलासा हुआ। बहुचर्चित धर्म संसद के बाद मचे बवाल को भी संयम से संभाला। जनवरी में डीआईजी पद पर प्रमोशन होने के बाद तबादला रुका था। विधानसभा और पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण कराने के बाद उनका तबादला हुआ है।
नए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बृहस्पतिवार देर शाम चार्ज संभाल लिया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध और ड्रग्स पर अंकुश लगाना उनकी प्राथमिकता होगी।
अजय सिंह पूर्व में हरिद्वार जिले में एसपी देहात रह चुके हैं। हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति और अपराध के नेचर से बखूबी परिचित हैं। लेकिन बदलते वक्त के साथ साइबर अपराधों में तेजी आई है। दो साल तक एसटीएफ में काम करने वाले अजय सिंह बृहस्पतिवार को हरिद्वार के पुलिस कप्तान बनाए गए। कप्तान का चार्ज संभालने के बाद एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि एसटीएफ में अपराध और अपराधियों की नब्ज समझ में आ गई। साइबर अपराध और ड्रग्स के अवैध कारोबारियों से सख्ती से निपटा जाएगा। कानून व्यवस्था बनाए रखना और पीड़ित केंद्रित पुलिसिंग उनकी प्राथमिकता होगी। संगठित अपराध पर कठोर कार्रवाई और जनता में सुरक्षा की भावना जागृत की जाएगी।
निवर्तमान एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत का 14 महीने का हरिद्वार जिले का कार्यकाल चुनौतीपूर्ण रहा। विधानसभा और जिला पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग ले संपन्न कराया। सितंबर में जिले की कमान संभालने वाले एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में कई घटनाएं हुईं। लेकिन अधिकतर घटनाओं का खुलासा हुआ। बहुचर्चित धर्म संसद के बाद मचे बवाल को भी संयम से संभाला। जनवरी में डीआईजी पद पर प्रमोशन होने के बाद तबादला रुका था। विधानसभा और पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण कराने के बाद उनका तबादला हुआ है।
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