09-कैथल। गुरू गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम में उगी झाडिय़ा।
– फोटो : Kaithal
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कैथल। गुरु गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम अनदेखी के चलते बदहाल बना हुआ है। यहां खिलाड़ियों के लिए बनाया गया ट्रैक भी खराब हो चुका है। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस स्टेडियम की हालत काफी खराब है। स्थिति यह है कि इस स्टेडियम परिसर में उगी घास को भी खेल विभाग साफ नहीं कर पाया है, जिससे मैदान में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इस स्टेडियम में अब टूट फूट भी चालू हो गई है। कई कमरों के दरवाजे गायब हैं, तो कई कमरों से शीशे टूटे हुए हैं।
हाल के ऊपर छाया के लिए लगाई गई फाइबर भी टूट चुकी है। वाटर स्टोरेज टैंकों के ढक्कन भी गायब हैं। मैदान पर झाड़ व तीन फुट से भी ऊंची घास उगी हुई है। जिसमें खिलाड़ियों को जहरीले कीड़े होने का खतरा बना रहता है। इसके चलते युवा खेल स्टेडियम में जाने से कतरा रहे हैं। खिलाड़ी संजीव, दीपक, सुरेंद्र, अनिल, सुनील, पवन, गौरव, मंदीप ने बताया कि खिलाड़ी इसका कोई लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। पूरे मैदान में घास उगी हुई है।
इसमें जहरीले कीड़े होने का अंदेशा बना हुआ है। खिलाड़ी अजय, सौरव, विकास, काला, दीपू ने बताया कि वह सुबह चार बजे दौड़ लगाने आते हैं। उस समय बहुत अंधेरा होता है। उन्हें फोन की टार्च जलाकर दौड़ना पड़ता है। उन्होंने स्टेडियम में लाइट की व्यवस्था का प्रबंध करने की मांग की है। कई खिलाड़ियों ने कहा कि खेल स्टेडियम के प्रति विभाग की लापरवाही दर्शाती है कि जिले के खिलाड़ियों में छिपी खेल प्रतिभाओं को निखारने के प्रति कितना गंभीर है।
हालांकि युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। लेकिन इन युवाओं को केवल सही दिशा और संसाधन उपलब्ध कराने की जरूरत है। उन्होंने प्रशासन से स्टेडियम में उगी घास उखाड़ने व हैंडबॉल के लिए मैदान तैयार करने की मांग की है। डीएसओ अमरजीत ने कहा कि खानपुर स्टेडियम की मरम्मत कार्य के लिए विभाग को पत्र लिखकर भेज दिया है। जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।
कैथल। गुरु गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम अनदेखी के चलते बदहाल बना हुआ है। यहां खिलाड़ियों के लिए बनाया गया ट्रैक भी खराब हो चुका है। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस स्टेडियम की हालत काफी खराब है। स्थिति यह है कि इस स्टेडियम परिसर में उगी घास को भी खेल विभाग साफ नहीं कर पाया है, जिससे मैदान में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इस स्टेडियम में अब टूट फूट भी चालू हो गई है। कई कमरों के दरवाजे गायब हैं, तो कई कमरों से शीशे टूटे हुए हैं।
हाल के ऊपर छाया के लिए लगाई गई फाइबर भी टूट चुकी है। वाटर स्टोरेज टैंकों के ढक्कन भी गायब हैं। मैदान पर झाड़ व तीन फुट से भी ऊंची घास उगी हुई है। जिसमें खिलाड़ियों को जहरीले कीड़े होने का खतरा बना रहता है। इसके चलते युवा खेल स्टेडियम में जाने से कतरा रहे हैं। खिलाड़ी संजीव, दीपक, सुरेंद्र, अनिल, सुनील, पवन, गौरव, मंदीप ने बताया कि खिलाड़ी इसका कोई लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। पूरे मैदान में घास उगी हुई है।
इसमें जहरीले कीड़े होने का अंदेशा बना हुआ है। खिलाड़ी अजय, सौरव, विकास, काला, दीपू ने बताया कि वह सुबह चार बजे दौड़ लगाने आते हैं। उस समय बहुत अंधेरा होता है। उन्हें फोन की टार्च जलाकर दौड़ना पड़ता है। उन्होंने स्टेडियम में लाइट की व्यवस्था का प्रबंध करने की मांग की है। कई खिलाड़ियों ने कहा कि खेल स्टेडियम के प्रति विभाग की लापरवाही दर्शाती है कि जिले के खिलाड़ियों में छिपी खेल प्रतिभाओं को निखारने के प्रति कितना गंभीर है।
हालांकि युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। लेकिन इन युवाओं को केवल सही दिशा और संसाधन उपलब्ध कराने की जरूरत है। उन्होंने प्रशासन से स्टेडियम में उगी घास उखाड़ने व हैंडबॉल के लिए मैदान तैयार करने की मांग की है। डीएसओ अमरजीत ने कहा कि खानपुर स्टेडियम की मरम्मत कार्य के लिए विभाग को पत्र लिखकर भेज दिया है। जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।
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