मुजफ्फरपुर3 घंटे पहले
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साइबर अपराध से सुरक्षा सिर्फ जागरूकता व सतर्कता है। साइबर अपराधी तरह-तरह का नुस्खा निकालकर झांसा देने की काेशिश करते हैं और उनकी बाताें में आते ही लाेग ठगी के शिकार हाे जाते हैं। खाते से हजाराें-लाखाें रुपए की निकासी हाे जाती है।
ऐसे में यह समझना जरूरी है कि किसी भी परिस्थिति में किसी काे माेबाइल पर आया ओटीपी नहीं बताना है। एटीएम कार्ड का पिन किसी से साझा नहीं करना है। यदि आप एटीएम से रुपए निकाल रहे हाेते हैं ताे ध्यान रखें कि काेई दूसरा व्यक्ति उसका पिन न देखे।
राज्य में तेजी से बढ़ रहे ऐसे अपराध काे राेकने के लिए सरकार ने भी जनजागृति के तहत आमलाेगाें के बीच जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए राज्य पुलिस मुख्यालय ने कमर कस ली है। सरकार की ओर से सूचना एवं जनसंपर्क विभाग काे इसके लिए निर्देश जारी किया गया है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की सहायक निदेशक नीना झा ने राज्य के सभी जिला जनसंपर्क अधिकारियाें काे जनजागृति के उद्देश्य से जिला, अनुमंडल व प्रखंड मुख्यालयाें समेत शहर से गांव तक होर्डिंग-बैनर लगवाने के लिए कहा है।
हाेर्डिंग-बैनर के जरिए बताए जाएंगे साइबर ठगी से बचाव के उपाय
हाेर्डिंग-बैनर के जरिए आमलाेगाें काे साइबर ठगी से बचाव के उपाय बताए जाएंगे, ताकि उनके साथ फ्राॅड नहीं किया जा सकेे। अब तक विभिन्न बैंक एसएमएस के जरिए ठगी से बचने के लिए किसी काे फाेन पर ओटीपी नहीं बताने की सलाह दे रहे थे। अब राज्य सरकार भी शहर से लेकर गांव तक होर्डिंग-बैनर लगवाकर साइबर फ्राॅड से बचाव के रास्ते बताएगी। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग सभी जिलाें काे शीघ्र ही होर्डिंग-बैनर पर दिए जानेवाले मैसेज की साफ्ट काॅपी भेजेगा।
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