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पंचकूला। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को अब हर दसवें घर से कूड़ा उठाने की रिपोर्ट आरएफआईडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन) के माध्यम से देनी होगी। नगर निगम क्षेत्र के हर घर से कूड़ा उठाने की योजना के तहत इस तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग और कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों पर इस तकनीक के माध्यम से नजर रखी जाएगी।
इस तकनीक से पता चलेगा कि किस क्षेत्र से कूड़े का उठान किया जा रहा है। इसके बाद यह आरोप भी नहीं लगाया जा सकेगा कि संबंधित सेक्टरों के घरों से कचरा उठाने वाला वाहन नहीं पहुंचा है। शहर में हर 10 घर के बाद यह टैग लगाए जा चुके हैं। इसकी मॉनिटरिंग भी शुरू हो गई है।
मुख्य सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला ने लोगों से अपील की है कि वे अपना कूड़ा नगर निगम की गाड़ी में ही डालें। जब भी गाड़ी सेक्टर में जाती है तो घोषणा भी की जाती है। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी को टेंडर में निर्देश हैं कि हर दसवें घर से कूड़ा उठाने पर उस घर का रेडियो आरएफआईडी देना होगा। इसका उद्देश्य यह है कि जब भी कंपनी के कर्मचारी किसी गली में कूड़ा एकत्रित करने जाएंगे, तो पता चल जाएगा कि आज गाड़ियां कहां गईं और कहां नहीं गई हैं। नगर निगम का सैनिटेशन विंग इसकी पूरी निगरानी रख रहा है। नगर निगम द्वारा टेंडर अलॉट करते समय यह शर्त रखी गई थी कि आरएफआईडी के तहत रोजाना रिपोर्ट करनी होगी।
पूजा कंसूलेशन कंपनी को शहर के घरों से नियमित कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी की तरफ से घरों के बाहर आरएफआईडी लगाई गई है। जिस दिन रिपोर्ट नहीं आती, उस दिन जवाब तलब किया जाएगा। यह रिपोर्ट नगर निगम द्वारा अपने पोर्टल पर अपडेट की जाती है। मुख्य सफाई निरीक्षक ने बताया कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए नियमित चेकिंग भी की जा रही है। आरएफआईडी का उद्देश्य लोगों के घरों से नियमित कूड़ा उठवाना है। शहर में डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित कर प्रोसेसिंग प्लांट में भिजवाया जा रहा है।
पंचकूला। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को अब हर दसवें घर से कूड़ा उठाने की रिपोर्ट आरएफआईडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन) के माध्यम से देनी होगी। नगर निगम क्षेत्र के हर घर से कूड़ा उठाने की योजना के तहत इस तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग और कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों पर इस तकनीक के माध्यम से नजर रखी जाएगी।
इस तकनीक से पता चलेगा कि किस क्षेत्र से कूड़े का उठान किया जा रहा है। इसके बाद यह आरोप भी नहीं लगाया जा सकेगा कि संबंधित सेक्टरों के घरों से कचरा उठाने वाला वाहन नहीं पहुंचा है। शहर में हर 10 घर के बाद यह टैग लगाए जा चुके हैं। इसकी मॉनिटरिंग भी शुरू हो गई है।
मुख्य सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला ने लोगों से अपील की है कि वे अपना कूड़ा नगर निगम की गाड़ी में ही डालें। जब भी गाड़ी सेक्टर में जाती है तो घोषणा भी की जाती है। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी को टेंडर में निर्देश हैं कि हर दसवें घर से कूड़ा उठाने पर उस घर का रेडियो आरएफआईडी देना होगा। इसका उद्देश्य यह है कि जब भी कंपनी के कर्मचारी किसी गली में कूड़ा एकत्रित करने जाएंगे, तो पता चल जाएगा कि आज गाड़ियां कहां गईं और कहां नहीं गई हैं। नगर निगम का सैनिटेशन विंग इसकी पूरी निगरानी रख रहा है। नगर निगम द्वारा टेंडर अलॉट करते समय यह शर्त रखी गई थी कि आरएफआईडी के तहत रोजाना रिपोर्ट करनी होगी।
पूजा कंसूलेशन कंपनी को शहर के घरों से नियमित कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी की तरफ से घरों के बाहर आरएफआईडी लगाई गई है। जिस दिन रिपोर्ट नहीं आती, उस दिन जवाब तलब किया जाएगा। यह रिपोर्ट नगर निगम द्वारा अपने पोर्टल पर अपडेट की जाती है। मुख्य सफाई निरीक्षक ने बताया कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए नियमित चेकिंग भी की जा रही है। आरएफआईडी का उद्देश्य लोगों के घरों से नियमित कूड़ा उठवाना है। शहर में डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित कर प्रोसेसिंग प्लांट में भिजवाया जा रहा है।
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