रालामंडल चौराहे के पास तकनीकी कमी, इस तरह करें सुधार
एडिशनल डीसीपी जयवीरसिंह भदौरिया ने थाना तेजाजीनगर व राऊ इलाके के बायपास का दौरा कर एक्सीडेंट स्पॉट की समीक्षा की। उन्हंने अपनी रिपोर्ट में माना कि, बायपास के रालामंडल चौराहे पर 100 फीट पर डिवाइडर नहीं है। यह 6 लेन है और सर्विस रोड है। यहांं दोनों ओर की सडक़ ऊंंची-नीचे है, यू टर्न के दौरान चढ़ाई में वाहन चालक स्पीड बढ़ाते है और एक्सीडेंट हो जाता है। उन्होंने सुधार के लिए सुझाव भी दिए। इसके तहत यहां स्पीड ब्रेकर है जिसे 100-100 फीट की दूरी पर बनाया जाना चाहिए। दोनों लेन को ऊंचाई का अंतर कम करने की जरुरत है। कैलोद फाटे से 100 मीटर की दूरी पर ओवर ब्रिज है जहां से वाहन स्पीड में आता हैै। यहां डिवाइडर में कट है जिसके कारण एक्सीडेंट होते है, इसे बंद करने की जरूरत है।
स्पीड ब्रेकर बनाने, स्पीड रडार से लगातार चेकिंग की जरुरत
एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास ने लसूडिय़ा इलाके के बायपास की ओर भी अपनी रिपोर्ट में ध्यान आकर्षित किया। व्यास के मुताबिक, लसूडिय़ा बायपास पर सर्विस रोड पर रांग साइड वाहन आते है जो दुर्घटना का कारण है। सर्विस रोड पर भी वाहनों की गति भी तेज होती है। यहां स्पीड ब्रेकर बनाने की जरुरत है। यहां ओवर ब्रिज निर्माण प्रस्तावित है जिससे जल्द बनाने की जरुरत है ताकि रांग साइड वाहनों की समस्या को हल हो। साथ ही सर्विस रोड पर तेज गति से आने वाले वाहनों को रोकने के लिए नियमित स्पीड गन रडार से चेकिंग की भी आवश्यकता है।
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