अमृत विचार लखनऊ। राजधानी के डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) का 20वां दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने स्नातक के 92 तथा परास्नातक के 9 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किया। इस अवसर पर पहली बार 48000 छात्र-छात्राओं को डिजीटल डिग्री प्रदान की गई। दीक्षांत के मौके पर राज्यपाल ने मेडल व डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि आप सभी जीवन में सत्य का आचरण करने का संकल्प लें और ‘सत्यमेव जयते‘ को अपना ध्येय वाक्य बनाए क्योंकि आचार-विचार एवं सोच बहुत मायने रखती है।
उन्होंने कहा कि आप कहीं भी कार्यरत हों ईमानदारी से कार्य करें और इसकी प्रेरणा अन्य लोगों को भी दें। राज्यपाल जी ने कहा कि आप के माता-पिता आपके सबसे बड़़े आदर्श हैं, उन्हें कभी भी नहीं भूलें, उन्होंने आपको इस लायक बनाया। उनके समर्पण को समझें और माता-पिता के सम्मान को हमेशा बनाये रखें। कुलाधिपति ने वृद्धाश्रम भ्रमण का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी शिक्षा कोई महत्व नहीं रखती, जो अपने वृद्ध माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज दें। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से संकल्प लेने का आवह्न किया और कहा कि हर हाल में अपने माता-पिता की सेवा करेंगे।
जहां कार्य करें निष्ठ और ईमानदारी के साथ रहें
राज्यपाल ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के अध्ययन में रोजगार एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। मुझे प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल सक्रिय रूप से औद्योगिक प्रतिष्ठानों से सामंजस्य स्थापित करते हुए रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे जहां पर भी कार्य करें, पूरी निष्ठा, ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य करें तथा कार्य स्थल पर निचलें स्तर पर कार्यरत स्टाफ के प्रति हमेशा मानवीय संवेदनाएं बनाएं रखें। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए यह अत्यंत आवश्यक हो जाता है कि संस्थानों का राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मानकीकरण किया जाए। हाल ही के वर्षों में विभिन्न विश्वविद्यालय द्वारा इस दिशा में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं।
शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार पर फोकस
राज्यपाल ने कहा कि मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय इस दिशा में उच्च मानक प्राप्त संस्थानों से एमओयू कर शिक्षा की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर सुधार करें। राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश का नवाचार अर्थशास्त्र और उपयोगिता का एक बड़ा मिश्रण है। भारत में स्टार्टअप के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, हेल्थ केयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य बहुत से क्षेत्र हैं। इन सभी स्टार्टअप को विशिष्ट भारतीय ब्रांडों का सृजन करना चाहिए, इससे भविष्य में विश्व बाजारों में अपना स्थान बना सकतें हैं।
तकनीकी शिक्षा में यूपी का देश में बड़ा नाम
दीक्षांत के मौके पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश का तकनीकी शिक्षा के रूप में बड़ा नाम है। यहां पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार हुआ है। उन्होंने उपाधियां प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे लोकहित के कार्य में लगे तथा जहां पर भी आप कार्य करें, वहां पर इस विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा को हमेशा ध्यान रखें।
मुख्य अतिथि नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने पर दिया जोर
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि पंकज आर पटेल ने कहा कि ये दौर नवाचार और उद्यमिता का है। पूरी दुनिया इस ओर अग्रसर हुई है। कई देशों ने उद्यमिता और नवाचार की दम पर अपनी पूरी अर्थव्यवस्था को बदल दिया है। रोजगार के असीम द्वार खुले हैं। भारत भी इस दिशा में तेजी से कदम बड़ा रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश का युवा हमेशा रोजगार के बारे में ही सोचता है, ये सोच आपको बदलनी होगी। आपको नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनना चाहिए। इसलिए आप सभी को नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना चाहिए।
कुलपति ने प्रस्तुत की प्रगति रिपोर्ट
दीक्षांत की शुरूआत में कुलपति प्रोफेसर प्रदीप मिश्रा ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि नयी शिक्षा नीति के तहत डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने मेजर डिग्री पाठयक्रम के साथ-साथ अन्तर्विषयी पाठ्यक्रमों में माइनर डिग्री दिये जाने का विकल्प छात्रों को इस शैक्षिक सत्र से प्रदान कर दिया है। यह अवसर छात्रों को न केवल अन्तर्विषयी पाठयक्रमों के अध्ययन की सुविधा प्रदान करेगा वरन् उन्हें औद्योगिक प्रतिष्ठानों में अधिक स्वीकार्यता के साथ-साथ स्वरोजगार के लिये भी प्रेरित करेगा।
छात्रों के रोजगार पर विश्वविद्यालय कर रहा फोकस
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय ने 700 से अधिक सम्बद्ध संस्थानों के छात्रों के लिए लगभग 25,000 (पचीस हजार) रोजगार के अवसर पिछले शैक्षिक सत्र में उपलब्ध कराये हैं। लगभग 10,000 (दस हजार) से अधिक छात्रों को आई0बी0एम, माइक्रोसाफ्ट इत्यादि अनेक प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही एक विशेष रोजगार कैम्प केवल छात्राओं के लिए आयोजित किया गया जिसमें लगभग 800 छात्राओं ने प्रतिभाग किया और 14 छात्राएं को 15 लाख रूपये प्रति वर्ष के वेतन पर सेवायोजित किया गया। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आई0ई0टी0 लखनऊ में कंप्यूटर साइंस के 02 छात्रों को गूगल एवं अमेजन जैसे बड़े प्रतिष्ठानों द्वारा लगभग 01 करोड़ से अधिक के वार्षिक पैकेज पर योजित किया गया। निश्चित रूप से छात्रों द्वारा अर्जित किये गये इस प्रकार के प्रतिष्ठित सेवायोजन विश्वविद्यालय से जुड़े सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों को गौरवान्वित करेंगे।
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