दुबे का पड़ाव स्थित डीएस बाल मंदिर में अमर उजाला फाउंडेशन द्वारा पुलिस की पाठशाला व साइबर क्राइम
– फोटो : CITY OFFICE
अमर उजाला फाउंडेशन के बैनर तले डीएस बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पुलिस की पाठशाला लगी। जिसमें साइबर क्राइम के उप निरीक्षक समर पाल सिंह और कुसुम लता ने छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध से बचाव के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि अगर जागरूक रहेंगे, तो साइबर से जुड़ी मुसीबतों से बच जाएंगे।
बुधवार को उप निरीक्षक समर पाल सिंह ने कहा कि अगर आपने समझदारी दिखाई तो कभी नुकसान नहीं हो सकता है। आपकी लापरवाही का फायदा साइबर ठग उठा सकते हैं। सत्यापित व्हाट्सएप का ही प्रयोग करें। उप निरीक्षक कुसुम लता ने कहा कि जिसको पहचानते हैं, उसे ही फेसबुक पर दोस्त बनाएं।
लुभावनी तस्वीर को देखकर भ्रम न पालें। तस्वीर की आड़ में आपसे ठगी हो सकती है। स्कूल की कार्यवाहक प्रधानाचार्य रचना गुप्ता ने कहा कि जो जानकारी साइबर विशेषज्ञों ने दी है, उसे आत्मसात करें। उन्होंने अतिथियों का आभार जताया। इस अवसर पर सिपाही मनीषा यादव आदि मौजूद रहे।
हेल्पलाइन पर करें शिकायत
बच्चों के संबंध में हेल्पलाइन 1098 व महिलाओं के संबंध में 1090 व साइबर अपराधों के संबंध में 1930 पर शिकायत कर सकते हैं।
साइबर अपराध से बचने के तरीके
-फोन कॉल पर एटीएम, बैंक अकाउंट, ओटीपी, सीवीवी नंबर आदि साझा न करें।
-एटीएम बूथ में रुपये निकालने के दौरान कोई दूसरा व्यक्ति मौजूद न हो।
-रुपये निकालने के समय अपने पिन नंबर को छिपाकर बटन दबाएं।
-सभी अकाउंट के लिए एक पासवर्ड न रखें।
-पासवर्ड में विशेष अक्षर, गिनती होनी चाहिए।
-जन्मतिथि, नाम, मोबाइल नंबर किसी को शेयर न करें।
-बार-बार पासवर्ड बदलते रहना चाहिए।
-अनजान व्यक्ति को आधार व खाता का नंबर न दें।
-क्यूआर कोड या पेमेंट लिंक भेजता है, तो जांच किए बगैर भुगतान न करें।
-ऑनलाइन खरीददारी में क्यूआर कोड या लिंक को सत्यापन के बिना शेयर न करें।
-फेसबुक, इंस्टाग्राम पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है तो बिना सत्यापन के स्वीकार न करें।
-किसी भी एप्लीकेशन को इंस्टाल करते समय उसकी नीति के बारे में जानकारी कर लें।
-एनी डेस्क या टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट आदि के एप्लीकेशन डाउनलोड करने से बचना चाहिए।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post