Publish Date: | Tue, 18 Oct 2022 03:02 PM (IST)
Amusement Park Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मानसून सीजन खत्म होने के बावजूद महीनेभर गिरे पानी ने शहर से सिर्फ पंद्रह किमी दूर 190 एकड़ में फैले मनोरंजन पार्क का स्वरूप बिगड़ दिया है। बरसात की वजह से तालाब लबालब हो गए और पानी बाहर निकलकर पैदल और सफारी ट्रैक तक पहुंच गया। इसे दोनों ट्रैक बुरी तरह खराब हो चुके है। 15 अक्टूबर के बाद वर्षा का दौर थमते ही वन विभाग ने दोनों ट्रैक को सुधारने पर जोर दिया है। पार्क में बिगड़े कार्यों को संवारने में वन विभाग अगले कुछ दिनों में काम शुरू कर सकता है। हालांकि अधिकारियों ने महीनेभर बाद पर्यटकों के लिए पार्क खोलने की बात कहीं है। वैसे मनोरंजन पार्क का उद्धाटन तीसरी बार आगे बढ़ा है।
बीते दिनों इको टूरिज्म की महिला अधिकारी स्मिता राजौरा और वनमंडलाधिकारी नरेंद्र पंडवा ने पार्क का दौरा किया है। जहां पैदल और सफारी ट्रैक बुरी तरह खराब हो चुका है। इसके लिए अधिकारियों ने जंगल सफारी और एंडवेंचर्स राइड फिलहाल शुरू नहीं करने पर जोर दिया है। पहले दोनों ट्रैक की मरम्मत करवाई जाएगी। उसके बाद ही पर्यटकों के लिए इन्हें खोलेंगे, जिसमें छह महीने का समय लग सकता है। फिर ही ओपन जिप से सफारी का आनंद पर्यटक उठा सकेंगे। वैसे अधिकारियों ने आठ किमी वाला ट्रैक पर्यटकों को घूमने के लिए रखा है। मरम्मत करने को लेकर अधिकारियों ने वन समिति के सदस्यों से भी चर्चा की है। डीएफओ पंडवा का कहना है कि पार्क का कुछ काम बाकी है। दीपावली बाद इन्हें शुरू किया जाएगा, जिसमें 20-25 दिन का समय लगेगा। संभवत: नवंबर अंतिम सप्ताह से पर्यटकों के लिए पार्क खुलेंगे।
आकर्षण का केंद्र
– मड हाउस : पार्क में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मड यानी मिट्टी के घर बनाए हैं। जहां पर्यटक कुछ देर आराम कर सकते है।
– झोपड़ियां : पार्क में पेड़ों की टहनियों की मदद से पगौड़ा यानी झोपड़ियां बनाई है। यहां तक वेस्ट मैटेरियल का इस्तेमाल कर झोपड़ियों को पर्यटकों की सुविधानुसार बनाया है।
– एनिमल जोन: पार्क का कुछ हिस्सा एनिमल जोन के लिए रखा है। जहां जानवरों को छोड़ा जाएगा। उन्हें पर्यटक आसानी से देख सकेंगे।
– रेस्ट हाऊस-कैफे : पार्क में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए रेस्ट हाउस भी बनाया है। पुरानी इमारत को ठीक कर रेस्ट हाउस में तब्दील किया है। फिलहाल इसे शुरू करने में थोड़ा समय लगेंगा। वहीं कैफे की सुविधा भी रहेगी।
– पेड़ों की मिलेगी जानकारी : उमरीखेड़ा वनक्षेत्र में लगे पेड़ों की जानकारी भी पर्यटकों को मिल सकेंगे। इसके लिए क्यूआर कोड की मदद ली जाएगी। यह काम पार्क में शुरू होना बाकी है।
बजट की कमी
प्रस्ताव में पार्क का अधिकांश कार्य मनरेगा के अंतगर्त लिया गया है, जिसमें ग्रामीणों से कार्य करवाना है। इसके चलते पार्क का काम धीमी गति से चल रहा है। बजट का अभाव होने से जिम्मेदार भी काम में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है। सात से आठ महीने बीतने के बावजूद काम पूरा नहीं हुआ है। वहीं मजदूरों और ग्रामीणों को भुगतान होने में भी समय लग रहा है।
Posted By: Sameer Deshpande
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