बदायूं, जागरण संवाददाता। बिल्सी तहसील क्षेत्र में तैनात एक खंड विकास अधिकारी की मृत्यु हो गई। उनके स्वजन को बिना बताए उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके बाद मकान मालकिन ने बीडीओ की पत्नी की जगह अभिलेखों में अपना नाम दर्ज करा लिया। फंड और पेंशन के लिए पूरा खेल रचा गया। मामले की जानकारी होने पर बीडीओ की पत्नी आई और पुलिस से शिकायत की। सुनवाई न होने पर कोर्ट की शरण ली, अब कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
बीते साल हुई थी बीडीओ की मौत
उत्तराखंड प्रदेश के थाना उद्यमसिंह नगर के कस्बा सितारगंज के वार्ड दो निवासी रेखा रानी विश्वास ने कोर्ट में याचिका दायर करते हुए बताया कि उनके पति स्व. महानंद विश्वास बिल्सी में खंड विकास अधिकारी थे। वह रामबेटी उर्फ राखी के घर किराए पर रहते थे। 22 मई 2021 को महानंद विश्वास की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद रामबेटी ने बिना उन्हें व किसी स्वजन को सूचना दिए ही अंतिम संस्कार कर दिया।
फर्जी तरीके से मृत्यु पंजिका में बदल दिया था नाम
इसके बाद उसने फर्जी तरीके से फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर मां और पत्नी का नाम मृत्यु पंजिका में गलत दर्ज करा दिया। जिसमें मां के नाम पर बसंती विश्वास की जगह बसंतों विश्वास और पत्नी के नाम पर रेखा रानी विश्वास की जगह राखी दर्ज करा दिया। बताया कि इसके पीछे उनके पति का फंड और पेंशन की धनराशि हड़पने की मंशा है।
कोर्ट के आदेश पर लिखी गई प्राथमिकी
बताया कि पुलिस की ओर से सुनवाई न होने पर याचिका कोर्ट में दाखिल की थी। जिस पर एसीजेएम द्वितीय ने पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए। अब पुलिस ने मकान मालकिन रामबेटी उर्फ राखी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Edited By: Vivek Bajpai
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