बाराबंकी, जागरण संवाददाता। अच्छे परिवारों से संबंध रखने वाले युवाओं को नशे और शौक ने लुटेरा बना दिया। ऐसे ही लखनऊ के शातिर लुटेरों के गिरोह का राजफाश स्वाट, सर्विलांस और पुलिस टीम ने शुक्रवार को किया। इनके पास से लूट की कार भी बरामद हुई है। गिरोह के सदस्य कार बुक कराकर सुनसान जगह पर जाते थे और गाड़ी व नकदी लूट लिया करते थे।
लखनऊ के गोसाईगंज के ग्राम टिकनियामऊ निवासी मो. हसीब ने थाना देवा में एफआइआर कराई थी। इसमें बताया था कि आठ अगस्त की रात उसका पुत्र मो. हफिज ओला गाड़ी से तीन सवारियों को चारबाग स्टेशन से रामस्वरूप डिग्री कालेज तक छोड़ने जा रहा था। मानसी मोटर्स ग्राम माती के पास तीनों सवारियों ने पेपर कटर से उस पर हमला दिया। धक्का देकर गाड़ी से बाहर कर दिया और कार लूट ली थी।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने जांच के लिए तीन टीमें गठित की थीं। इसमें स्वाट, सर्विलांस और पुलिस शामिल थी। टीमों ने संयुक्त रूप से मैनुअल इंटेलिजेंस एवं डिजिटल डेटा की मदद ली। लूट की घटना का राजफाश शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी ने किया।
पकड़े गए लुटेरे
1/933 सेक्टर जे जानकीपुरम थाना गुडंबा के हिमांशु वर्मा पुत्र रामनरेश वर्मा, मकान नंबर 118 सेक्टर जी जानकीपुरम के अंशु सिंह पुत्र अशोक सिंह, 1/47 सेक्टर जी जानकीपुरम निवासी विपिन गौड़ पुत्र ओमप्रकाश, ईडब्ल्यूएस 50 सेक्टर जी जानकीपुरम के अविरल मिश्रा पुत्र रामबाबू मिश्रा, मकान नंबर 58 इडेन इन्क्लेव तुलसी रोड थाना गुडंबा के फैसल इंसाफ पुत्र इंसाफ अली को गिरफ्तार किया गया है। इनके निशानदेही पर पेपर कटर, लूटी गई कार व मोबाइल बरामद किया गया।
शौक के लिए करते थे लूटपाट
पकड़े गए सभी आरोपित अच्छे परिवार से हैं। किसी के पिता अध्यापक हैं तो किसी के सरकारी कर्मचारी। इसमें एक युवक के पिता व्यापारी भी हैं। बावजूद इसके सभी ने शौक और नशे के लिए अपराध का रास्ता चुन लिया। लूटपाट, चोरी और डकैती करने लगे। लखनऊ सहित आसपास के जिलों में यह गिरोह सक्रिय था।
Edited By: Shivam Yadav
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