- मांदेड की घटना
लाखांदूर. रात के दौरान शिकार की खोज में गांव में घुसे कुछ भेड़ियों ने तबेले में बंधी कुछ बकरियों पर हमला बोल दिया. इस हमले में कुल 4 बकरियों की मृत्यु जबकि 4 बकरियां गंभीर रूप से घायल होने की घटना हुई. उक्त घटना विगत 16 से 17 अक्टूबर को रात के दौरान हुई. इस घटना में तहसील के मांदेड निवासी मनोहर पोवनकर नामक पशुपालक के लगभग 60 हजार रुपयों का नुकसान होने का आरोप किया गया है.
तबेले में बंधी बकरियों पर हमला
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के पशुपालक ने विगत 16 अक्टूबर को शाम के दौरान कुछ मालिकी पालतू बकरियां निवासी मकान के नजदीकी तबेले में बांधकर रखी थी. इस बीच रात के दौरान शिकार के खोज में गांव में घुसे कुछ भेड़ियों ने तबेले में बंधी बकरियों पर हमला बोल दिया.
इस हमले में कुल 4 बकरियों की मृत्यु हुई. जबकि 4 बकरियां गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी दी गई. हालांकि अगले दिन सुबह के दौरान उक्त घटना पीड़ित पशुपालक को नजर आते ही घटना की जानकारी स्थानीय लाखांदूर वनविभाग को दी गई. जिसके तहत लाखांदूर के वन परिक्षेत्र अधिकारी रूपेश गावित व दिघोरी/मो. के क्षेत्र सहायक जे. के. दिघोरे के मार्गदर्शन में वन रक्षक जी. डी. हत्थे ने घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा किया है. इस दौरान पीड़ित पशुपालक ने भेड़ियों के हमले में लगभग 60 हजार रुपयों के बकरियों का नुकसान हुआ है.
पूरक व्यवसाय के रूप में बकरियों का पालन
बताया गया कि खेती को पूरक व्यवसाय के रूप में तहसील के ग्रामीण क्षेत्र में किसानों द्वारा बकरी पालन का व्यवसाय किया जाता है. हालांकि बकरी पालन व्यवसाय के तहत गरीब पशुपालक किसानों के आर्थिक उन्नति के लिए सरकार के विभिन्न योजनाओं के तहत इस व्यवसाय के लिए प्रेरणा दी जा रही है.
इस बीच पिछले कुछ महीनों में तहसील के चौरास क्षेत्र के कुछ गांवों में भेड़ियों ने बकरियों पर हमला करने की घटनाएं सामने आयी है. उक्त हमले के तहत अब तक चौरास क्षेत्र के विभिन्न गांवों में भेड़ियों के हमले में लगभग 50 से अधिक बकरियों की मृत्यु हुई है. जिसके कारण पशुपालकों को लाखों रुपयों का नुकसान भुगतना पड़ने का आरोप लगाया गया है. उक्त सभी घटनाओं में सरकार ने तुरंत पीडित पशु पालकों को मुआवजा उपलब्ध कराने की मांग की गई है.
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post