कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग को अवगत कराया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधित्व कानून का कोई उल्लंघन नहीं किया गया. इस यात्रा के दौरान बच्चों को राजनीतिक प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया. इसके साथ ही कांग्रेस ने राष्ट्रीय बाल अधिकार निकाय (NCPCR) की शिकायत को “बेबुनियाद” और निराधार बताया है. कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ जवाबी शिकायत भी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया कि सत्तारूढ़ दल और उसके पदाधिकारी “बच्चों का गलत और विकृत तरीके से उपयोग कर रहे हैं”.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देने के लिए महासचिव जयराम रमेश, प्रवक्ता और पार्टी के सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत और वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में शामिल जयराम रमेश ने कहा, “हमने चुनाव आयोग के सदस्यों से मुलाकात की. उन्हें सूचित किया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान न तो जनप्रतिनिधित्व कानून और न ही आदर्श आचार संहिता का कोई उल्लंघन हुआ है. ऐसे में हम यह समझ नहीं पा रहे हैं कि चुनाव आयोग ने हमें नोटिस क्यों दिया है.”
जयराम रमेश ने कहा, “हमने एनसीपीसीआर के बचकाने व्यवहार पर एक विस्तृत दस्तावेज पेश किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है. कांग्रेस ने केवल एक पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की थी और राहुल गांधी ने पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लिया था.”
जयराम रमेश ने कहा कि इसकी तस्वीरों को देखकर आरोप लगाया जा रहा है कि कांग्रेस चुनाव प्रचार के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रही है, जो कि बिल्कुल गलत है.
उन्होंने कहा, “लोग सड़कों पर हजारों की संख्या में आते हैं. राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेना चाहते हैं. यह कोई अवैध कार्य नहीं है, कोई चुनाव प्रचार नहीं है. राहुल गांधी बच्चों को पार्टी के लिए वोट करने के लिए नहीं कह रहे हैं.” कांग्रेस महासचिव ने कहा कि 2007 में एनसीपीसीआर की स्थापना के बाद से यह पहली बार है कि इसका नेतृत्व “बीजेपी-आरएसएस कार्यकर्ता” कर रहा है. बता दें कि प्रियांक कानूनगो एनसीपीसीआर के अध्यक्ष हैं.
कांग्रेस ने कानून का उल्लंघन नहीं किया
जयराम रमेश ने आगे कहा, “हमने चुनाव आयोग से कहा है कि कांग्रेस पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार है. हमारी पार्टी ने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है. लाखों लोग आ रहे हैं, लाखों बच्चे सेल्फी लेने आते हैं. यह बीजेपी है जिसने बच्चों का दुरुपयोग किया है. जब राहुल गांधी छोटे बच्चों से मिलते हैं, जो प्रचार किया जा रहा है. यहां तक कि राहुल गांधी की अपनी बहन की बेटी के साथ एक तस्वीर का भी दुरुपयोग किया गया था.”
भारत जोड़ो यात्रा को नुकसान पहुंचाने की हो रही कोशिश
उन्होंने कहा कि यह एक और उदाहरण है कि बीजेपी बौखला गई है. यह पार्टी भारत जोड़ो यात्रा को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी करेगी. वहीं, सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि उसे अन्य एजेंसियों को अपना काम करने के लिए कहना चाहिए. अपना काम चुनाव प्रहरी को नहीं सौंपना चाहिए.
एनसीपीसीआर ने की थी ये शिकायत
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने केंद्रीय चुनाव आयोग के नाम एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें आयोग ने राहुल गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस के एक विभाग जवाहर बाल मंच पर अपने राजनीतिक फायदे के लिए बच्चों को सियासी गतिविधियों में शामिल करने का आरोप लगाया गया है. आयोग ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 7 सितंबर को देशव्यापी राजनीतिक कैंपेन की शुरुआत की.
कांग्रेस के इस कैंपेन के दौरान सोशल मीडिया पर ऐसी बहुत सी तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं जहां पर राजनीतिक एजेंडा के तहत बच्चों को टारगेट कर ‘भारत जोड़ो बच्चे जोड़ों’ स्लोगन के अंतर्गत उनके इस अभियान में शामिल किया जा रहा है. आयोग ने आरोप लगाया कि बच्चों को कांग्रेस के इस अभियान के दौरान हाथों में पार्टी का झंडा लिए और नारे लगाते हुए भी देखा जा सकता है.
भारत जोड़ो बच्चे जोड़ो अभियान का मकसद
आरोप है कि भारत जोड़ो बच्चे जोड़ो अभियान का कांग्रेस और इसके राजनीतिक कैंपेन का ही एक अंग है. राहुल गांधी अपनी इस यात्रा के दौरान स्कूलों का दौरा कर रहे हैं और छोटे बच्चों को जवाहर बाल मंज के जरिए राजनीतिक कैंपेन में भाग लेने के लिए कह रहे हैं. शिकायत में कहा गया है कि कांग्रेस की ऑफिशियल वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, जवाहर बाल मंच पार्टी का एक विभाग है जिसका उद्देश्य 7 से 18 साल के बच्चों टारगेट करना और जिसको संरक्षक सदस्यता अभियान उन्हें पार्टी से जोड़ना है. शिकायत में बताया गया है कि इस कैंपेन को 18 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था.
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