भिवंडी: भिवंडी महानगरपालिका कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल (Bhiwandi Municipal Commissioner Vijay Kumar) ने शहर के सभी फेरीवालों से आह्वान किया है कि शासन के निर्देशानुसार फेरीवाला को पहचान पत्र, हॉकर (Hawkers) और नो हाकर जोन (No Hawker Zone) निर्माण के लिए समस्त फेरीवालों का बायोमेट्रिक सर्वेक्षण (Biometric Survey) महानगरपालिका की टीम द्वारा किया जा रहा है। फेरीवालों को महानगरपालिका टीम द्वारा किए जा रहे बायोमेट्रिक सर्वेक्षण में सहयोग कर अपना नाम, पता उचित कागजात देकर दर्ज कराना बेहद जरूरी है। कमिश्नर म्हसाल महानगरपालिका की पथ विक्रेता समिति की बैठक में बोल रहे थे।
उक्त अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे, प्रभारी उपायुक्त प्रणाली घोंगे, सहायक आयुक्त अनुराधा बाबर, विभाग प्रमुख कैलास पाटील, विभाग प्रमुख, संजय ठाकरे (व्यवस्थापक इस्टर रायबरडे, NULM) सहित फेरीवाला संघटना और पथविक्रेता समिति सदस्य उपस्थित थे।
महानगरपालिका की टीम कर रही सर्वेक्षण
गौरतलब है कि शासन के निर्देशानुसार भिवंडी महानगरपालिका के अंतर्गत क्षेत्र में व्यवसाय कर रहे करीब 8 हजार से अधिक फेरीवालों का बायोमेट्रिक सर्वेक्षण महानगरपालिका टीम द्वारा किया जा रहा है। विभाग प्रमुख कैलाश पाटिल और संजय ठाकरे के निर्देशन में काम कर रही महानगरपालिका टीम द्वारा शहर के सभी प्रमुख क्षेत्रों में व्यवसाय कर रहे पथ विक्रेता, फेरीवालों स्पॉट पर जाकर संपर्क कर बायोमेट्रिक सर्वेक्षण अंजाम दिया जा रहा हैं।
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2,557 से अधिक फेरीवालों का बायोमैट्रिक सर्वेक्षण पूरा
भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत व्यवसाय कर रहे करीब 2,557 से अधिक फेरीवालों का बायोमैट्रिक सर्वेक्षण किया जा चुका है। फेरीवालों की रोजगार सुविधा के लिए शासन के निर्देशानुसार शुरू बायोमेट्रिक सर्वेक्षण की जानकारी देते हुए व्यवस्थापक संजय ठाकरे ने बताया कि बायोमेट्रिक सर्वेक्षण के उपरांत रजिस्टर्ड हुए सभी पथ फेरीवालों की महानगरपालिका द्वारा सूची जारी कर सुझाव और आपत्तियां मंगाई जाएंगी। सुझाव और आपत्तियों के निस्तारण के उपरांत महानगरपालिका द्वारा फाइनल सूची का प्रकाशन होगा। फाइनल सूची की अंतिम मंजूरी के उपरांत पुनः महानगरपालिका पटल पर प्रकाशित की जाएगी। शासन से फेरीवालों की अंतिम सूची मंजूरी के बाद सभी फेरीवालों, पथ विक्रेताओं को महानगरपालिका द्वारा आईडी नंबर प्रदान कर जगह का एलॉटमेंट किया जाएगा। आईडी नंबर मिलने के उपरांत फेरी वालों को व्यापार करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। शासन से मंजूर आईडी प्राप्त फेरीवालों को प्रधानमंत्री स्वरोजगार निधि से व्यवसाय के लिए 10 हजार का कर्ज बैंकों द्वारा प्रदान किया जाएगा।
सर्वेक्षण में करें सहयोग
महानगरपालिका कमिश्नर विजय म्हसाल ने शहर के सभी पथ विक्रेताओं से बायोमेट्रिक सर्वेक्षण कराए जाने का आह्वान करते हुए कहा कि बायोमेट्रिक सर्वेक्षण के उपरांत पथ विक्रेता सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ उठाने के हकदार होंगे। कमिश्नर म्हसाल ने पथ विक्रेता कमेटी के सभी सदस्यों से बायोमेट्रिक परीक्षण में महानगरपालिका टीम का सहयोग किए जाने की अपील की है। फेरीवाला कमेटी के सभी सदस्यों ने बायोमेट्रिक परीक्षण में सहयोग किए जाने का भरोसा महानगरपालिका प्रशासन को दिया है।
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