Publish Date: | Sat, 08 Oct 2022 06:51 PM (IST)
Bhopal News: भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। किसी भी देश के सम्पूर्ण विकास के लिए साक्षरता बहुत जरूरी है। जिस देश के नागरिक साक्षर होते हैं, वह सतत उन्नति करता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शनिवार को हैल्पबाक्स आनंदम केन्द्र पर विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया।
विश्व साक्षरता दिवस पर हैल्पबाक्स फाउंडेशन द्वारा संचालित निश्शुल्क गतिविधि एवं शिक्षा के आनंदम केंद्र पर क्रिएटिव एक्टिविटी में बच्चे बहुत प्रसन्न दिखाई दिए। यहां बच्चे खिलौनों के माध्यम से खेल-खेल में अक्षर व संख्या बनाना सिख रहे थे।
बता दें कि इस साल विश्व साक्षरता दिवस की थीम ट्रांसफार्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस है। आनंदम केंद्र के बच्चों ने खिलौनों के माध्यम से खेल-खेल में अक्षर ज्ञान व वाक्य बनाना सिखा। आयोजन की विशेष बात यह रही कि कोविड के कारण स्कूल व पढ़ना छोड़ चुके बच्चे शिक्षा का महत्व सिख रहे है। हैल्पबाक्स इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने का सतत प्रयास कर रहा है।
इस अवसर पर सोशल एजुकेशन स्टार्टअप प्ले आचार्य ग्रुप द्वारा बच्चों को विभिन्न प्रकार के शिक्षाप्रद खिलौनों व खेलों के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षित किया गया।
आनंदम केंद्र में आकर्षक मैजिक क्यूब से पहाड़े बनाना बच्चों को बहुत भाया। वालेंटियर्स द्वारा बच्चों को छह ग्रुप में बांट कर विभिन्न प्रकार के खिलौने दिए गए, जिसमें अक्षरों को जोड़कर वाक्य बनाना, रंगों को जोड़कर आकृति बनाना, माडल के माध्यम से सूर्योदय व सूर्यास्त होना, छाया के माध्यम से समय की गणना करना बच्चों ने सिखा। बच्चों ने खिलौनों के माध्यम से गोल, चौकोर व षटकोण जैसे विभिन्न आकार में भेद करना सिखा।
आयोजन में प्लेआचार्य की फाउंडर मनीषा पिंपलिया धूत ने प्राचीन काल में छाया के माध्यम से समय की गणना करने के तरीके को खिलौनों के माध्यम से बच्चों को समझाया। इस अवसर पर हैल्पबाक्स व प्ले आचार्य के काउंसलर, फैकल्टी व वालेंटियर उपस्थित थे।
Posted By: Lalit Katariya
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