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सफदरगंज (बाराबंकी)। ढाबे की आड़ में डीजल चोरी का खेल चल रहा था। डीएम के आदेश पर तहसील प्रशासन, पूर्ति शाखा के अधिकारियों ने पुलिस टीम के साथ पल्हरी चौराहा स्थित एक डीजल गोदाम पर छापा मारा। टीम ने यहां से करीब 35 हजार लीटर डीजल बरामद किया है। जांच के दौरान गोदाम पर मौजूद कर्मचारी कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। टीम ने गोदाम को सील कराते हुए मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है।
सफदरगंज में टैंकरों से डीजल चोरी करने का खेल काफी समय से चल रहा है। यहीं पर एक ढाबा संचालित है जिस पर काफी संख्या में वाहन खड़े होते हैं। बृहस्पतिवार को डीएम को सूचना मिली कि पल्हरी चौराहे के पास इसी ढाबे के पीछे एक डीजल गोदाम अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा है।
डीएम ने नायब तहसीलदार केपी सिंह, पूर्ति निरीक्षक आरएन मिश्रा, इमरान मंजूूर और अनुभव को पुलिस बल के साथ मौके पर जांच के लिए भेजा। टीम ने गोदाम पर छापा मारा तो यहां डीजल का भंडार देख दंग रह गए। जांच के दौरान करीब तीन टैंकरों में 35 हजार लीटर डीजल भंडारित पाया गया।
यहां पर मौजूद नंदकिशोर निवासी जहानाबाद बिहार ने बताया कि गोदाम नकरहा गोरखपुर निवासी चंद्रभान का है। वह यहां पर देखरेख का कार्य करता है। टीम के मांगने के बाद वह किसी प्रकार के कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। इस पर टीम ने गोदाम को सील करते हुुए पूरी जांच रिपोर्ट डीएसओ को भेज दी।
डीएसओ डॉ. राकेश तिवारी ने बताया कि बिना लाइसेंस के डीजल का भंडार गलत है। वहीं देर शाम डीएम से मिली अनुमति के बाद सफदरगंज थाने में आरोपियों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत तहरीर पूर्ति निरीक्षक ने दी है।
बिहार तक फैला डीजल चोरी का कारोबार
टैंकरों से डीजल चोरी सस्ते दामों पर खरीदने और बेचने का काम यहां से लेकर बिहार तक किया जा रहा है। फर्जी डीजल गोदाम पर बिहार के कर्मी के कार्य करने से इस बात से संकेत मिले हैं। सूत्र बताते है डीजल चोरी का यह खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है। हाल में कई डीजल चोरी के मामले पकड़ में आने के बाद विभागों की बढ़ी सक्रियता के बाद जाकर इस गोदाम का खुलासा हो सका है।
सफदरगंज (बाराबंकी)। ढाबे की आड़ में डीजल चोरी का खेल चल रहा था। डीएम के आदेश पर तहसील प्रशासन, पूर्ति शाखा के अधिकारियों ने पुलिस टीम के साथ पल्हरी चौराहा स्थित एक डीजल गोदाम पर छापा मारा। टीम ने यहां से करीब 35 हजार लीटर डीजल बरामद किया है। जांच के दौरान गोदाम पर मौजूद कर्मचारी कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। टीम ने गोदाम को सील कराते हुए मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है।
सफदरगंज में टैंकरों से डीजल चोरी करने का खेल काफी समय से चल रहा है। यहीं पर एक ढाबा संचालित है जिस पर काफी संख्या में वाहन खड़े होते हैं। बृहस्पतिवार को डीएम को सूचना मिली कि पल्हरी चौराहे के पास इसी ढाबे के पीछे एक डीजल गोदाम अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा है।
डीएम ने नायब तहसीलदार केपी सिंह, पूर्ति निरीक्षक आरएन मिश्रा, इमरान मंजूूर और अनुभव को पुलिस बल के साथ मौके पर जांच के लिए भेजा। टीम ने गोदाम पर छापा मारा तो यहां डीजल का भंडार देख दंग रह गए। जांच के दौरान करीब तीन टैंकरों में 35 हजार लीटर डीजल भंडारित पाया गया।
यहां पर मौजूद नंदकिशोर निवासी जहानाबाद बिहार ने बताया कि गोदाम नकरहा गोरखपुर निवासी चंद्रभान का है। वह यहां पर देखरेख का कार्य करता है। टीम के मांगने के बाद वह किसी प्रकार के कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। इस पर टीम ने गोदाम को सील करते हुुए पूरी जांच रिपोर्ट डीएसओ को भेज दी।
डीएसओ डॉ. राकेश तिवारी ने बताया कि बिना लाइसेंस के डीजल का भंडार गलत है। वहीं देर शाम डीएम से मिली अनुमति के बाद सफदरगंज थाने में आरोपियों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत तहरीर पूर्ति निरीक्षक ने दी है।
बिहार तक फैला डीजल चोरी का कारोबार
टैंकरों से डीजल चोरी सस्ते दामों पर खरीदने और बेचने का काम यहां से लेकर बिहार तक किया जा रहा है। फर्जी डीजल गोदाम पर बिहार के कर्मी के कार्य करने से इस बात से संकेत मिले हैं। सूत्र बताते है डीजल चोरी का यह खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है। हाल में कई डीजल चोरी के मामले पकड़ में आने के बाद विभागों की बढ़ी सक्रियता के बाद जाकर इस गोदाम का खुलासा हो सका है।
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