उपराज्यपाल वीके सक्सेना..
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
जेल से संगठित अपराध चलाने वाले 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर के साथ सांठगांठ में शामिल 82 जेल अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका की उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जांच की मंजूरी दे दी।
उपराज्यपाल ने आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम(पीओसी)-1988 की धारा 17(ए) के तहत जांच की मंजूरी दी है। ईओडब्ल्यू ने इस प्रकरण की जांच की अनुमति मांगी थी।
एलजी कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, उपराज्यपाल ने यह भी गौर किया है कि मंत्री सत्येंद्र जैन के जेल में रहने के दौरान कैदियों से मोबाइल फोन जब्त किए जाने सहित कई घटनाएं हुई थीं। इसके बाद जेल परिसरों और आसपास जैमर लगाए गए।
सूत्र का कहना है कि जेलों में कैदियों के बीच हिंसक झड़प और पेरोल के बाद कैदियों के वापस नहीं लौटने की घटनाओं ने जेल विभाग को संकट में डाल दिया है। जेल अधिकारियों की मिलीभगत से 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में सुकेश जेल में बंद है। घटना के वक्त सुकेश को रोहिणी जेल में रखा गया था।
गिरोह की मदद करने वाले सात अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में यह भी सामने आया है कि संगठित अपराध में जेल के 82 अन्य अधिकारियों की भी भूमिका रही है।
फिलहाल मंडोली जेल में बंद चंद्रशेखर पर फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह समेत चर्चित हस्तियों के साथ 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post