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खेल प्रशिक्षकों के रिक्त पदों के लिए मांगे गए आवेदन
प्रदेश स्तर पर प्रशिक्षकों के 228 पद हैं रिक्त, भर्ती होने केे बाद खिलाड़ियों को होगी सहूलियत
संवाद न्यूज एजेंसी
देवरिया। प्रदेश के विभिन्न स्टेडियम में कई खेलों के प्रशिक्षक नहीं होने से इनके प्रशिक्षण शिविर बंद चल रहे हैं। खेल निदेशालय ने यहां प्रशिक्षकों के तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनकी तैनाती के बाद खिलाड़ियों को संबंधित खेल की बारीकियां व नई तकनीक व बदलाव की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
वर्तमान में प्रदेश स्तर पर प्रशिक्षकों के 228 पद खाली चल रहे हैं। जनपद स्तर पर रवींद्र किशोर शाही स्पोर्ट्स स्टेडियम में भी फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, कबड्डी, जिम्नास्टिक, तैराकी, बॉक्सिंग, जूडो आदि खेलों के प्रशिक्षक नहीं हैं। प्रशिक्षकों के अभाव में सत्र के दौरान विभिन्न जगहों पर आयोजित होने वाली स्टेट प्रतियोगिताओं में जिले के खिलाड़ियों को भी प्रतिभाग करने का मौका मिल सके, इसके लिए आयोजित होने वाले जिला ट्रायल में कभी-कभी 10 खिलाड़ी भी नहीं जुट पाते।
ऐसे में इन खेलों के मंडल ट्रायल के लिए पर्याप्त संख्या में जिला टीम में खिलाड़ी भी नहीं होते हैं। इससे जनपद में खेल माहौल व खिलाड़ियों की सुविधाओं को लेकर लगातार सवाल उठते रहते हैं। वहीं, जिम्मेदारों के लिए यह एक चुनौती बन जाती है। प्रशिक्षकों के खाली पदों को आउटसोर्सिंग के जरिए जेम पोर्टल पर खेल निदेशालय ने भरने की प्रक्रिया पुन: शुरू की है। इसके लिए 13 जनवरी तक आवेदन मांगे गए हैं।
कोट
खेल निदेशालय के अधीन रिक्त अंशकालिक मानदेय प्रशिक्षक की तैनाती की प्रक्रिया शुरू की गई है। प्रदेश स्तर पर 228 पद प्रशिक्षक के एवं 21 कंप्यूटर ऑपरेटर के पद खाली हैं। इनकी तैनाती जेम पोर्टल के माध्यम से एवं सेवा प्रदाता के जरिए की जाएगी। एनआईएस डिप्लोमाधारी सहित अन्य निर्धारित योग्यता वाले जो भी अभ्यर्थी प्रदेश के विभिन्न स्टेडियम में खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के इच्छुक हैं, वे 13 जनवरी तक अपना आवेदन जिला खेल कार्यालय में जमा करेंगे।
-राज नारायण प्रसाद, क्रीड़ाधिकारी
खेल प्रशिक्षकों के रिक्त पदों के लिए मांगे गए आवेदन
प्रदेश स्तर पर प्रशिक्षकों के 228 पद हैं रिक्त, भर्ती होने केे बाद खिलाड़ियों को होगी सहूलियत
संवाद न्यूज एजेंसी
देवरिया। प्रदेश के विभिन्न स्टेडियम में कई खेलों के प्रशिक्षक नहीं होने से इनके प्रशिक्षण शिविर बंद चल रहे हैं। खेल निदेशालय ने यहां प्रशिक्षकों के तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनकी तैनाती के बाद खिलाड़ियों को संबंधित खेल की बारीकियां व नई तकनीक व बदलाव की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
वर्तमान में प्रदेश स्तर पर प्रशिक्षकों के 228 पद खाली चल रहे हैं। जनपद स्तर पर रवींद्र किशोर शाही स्पोर्ट्स स्टेडियम में भी फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, कबड्डी, जिम्नास्टिक, तैराकी, बॉक्सिंग, जूडो आदि खेलों के प्रशिक्षक नहीं हैं। प्रशिक्षकों के अभाव में सत्र के दौरान विभिन्न जगहों पर आयोजित होने वाली स्टेट प्रतियोगिताओं में जिले के खिलाड़ियों को भी प्रतिभाग करने का मौका मिल सके, इसके लिए आयोजित होने वाले जिला ट्रायल में कभी-कभी 10 खिलाड़ी भी नहीं जुट पाते।
ऐसे में इन खेलों के मंडल ट्रायल के लिए पर्याप्त संख्या में जिला टीम में खिलाड़ी भी नहीं होते हैं। इससे जनपद में खेल माहौल व खिलाड़ियों की सुविधाओं को लेकर लगातार सवाल उठते रहते हैं। वहीं, जिम्मेदारों के लिए यह एक चुनौती बन जाती है। प्रशिक्षकों के खाली पदों को आउटसोर्सिंग के जरिए जेम पोर्टल पर खेल निदेशालय ने भरने की प्रक्रिया पुन: शुरू की है। इसके लिए 13 जनवरी तक आवेदन मांगे गए हैं।
कोट
खेल निदेशालय के अधीन रिक्त अंशकालिक मानदेय प्रशिक्षक की तैनाती की प्रक्रिया शुरू की गई है। प्रदेश स्तर पर 228 पद प्रशिक्षक के एवं 21 कंप्यूटर ऑपरेटर के पद खाली हैं। इनकी तैनाती जेम पोर्टल के माध्यम से एवं सेवा प्रदाता के जरिए की जाएगी। एनआईएस डिप्लोमाधारी सहित अन्य निर्धारित योग्यता वाले जो भी अभ्यर्थी प्रदेश के विभिन्न स्टेडियम में खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के इच्छुक हैं, वे 13 जनवरी तक अपना आवेदन जिला खेल कार्यालय में जमा करेंगे।
-राज नारायण प्रसाद, क्रीड़ाधिकारी
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