ख़बर सुनें
जम्मू। नई औद्योगिक नीति के तहत 600 इकाइयाें में 850 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। यह बात मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने नई औद्योगिक नीति 2021-30 के तहत यूटी में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए प्रगति की समीक्षा में कही।
डॉ. मेहता ने अधिकारियों से कहा कि नीति के तहत लक्ष्य प्राप्ति में कोई कसर न छोड़ी जाए। उन्होंने सिंगल विंडो सिस्टम के तहत बेहतर प्रदर्शन के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि युवा इस नीति के प्रत्यक्ष लाभार्थी हैं। मुख्य सचिव को बताया गया कि वर्ष 2022-23 के दौरान जम्मू संभाग में 542 करोड़ रुपये के निवेश और 2202 व्यक्तियों को रोजगार देने वाली 197 इकाइयों स्थापित की गईं। कश्मीर संभाग में लगभग 300 करोड़ रुपये के निवेश और 4120 के लिए रोजगार सृजन के साथ लगभग 401 इकाइयां उत्पादन में आईं। 35 इकाइयों ने इस महीने के दौरान काम शुरू कर दिया है। कश्मीर संभाग में कुल 529 इकाइयों को एपीसीसी द्वारा जून 2022 तक सामान्य विस्तार प्रदान किया गया था। जिसमें से 401 इकाइयां उत्पादन में आ चुकी हैं, लगभग 85 इकाइयों ने फैक्ट्री शेड का निर्माण पूरा कर लिया है। उत्पादन में आने के लिए 6 से 12 महीने के और विस्तार की आवश्यकता है। इसी तरह जम्मू संभाग में कुल 325 इकाइयों को सामान्य विस्तार दिया गया। जिसमें से 160 इकाइयां उत्पादन में आ सकीं और उन्हें स्थायी पंजीकरण प्रदान किया गया। 2 इकाइयों का मौजूदा इकाइयों में विलय किया गया है। व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत उपाय किए गए हैं। सिंगल विंडो पोर्टल पर 161 ई-सेवाएं प्रमुख रूप से 17 विभागों से संबंधित जी2बी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
जम्मू। नई औद्योगिक नीति के तहत 600 इकाइयाें में 850 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। यह बात मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने नई औद्योगिक नीति 2021-30 के तहत यूटी में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए प्रगति की समीक्षा में कही।
डॉ. मेहता ने अधिकारियों से कहा कि नीति के तहत लक्ष्य प्राप्ति में कोई कसर न छोड़ी जाए। उन्होंने सिंगल विंडो सिस्टम के तहत बेहतर प्रदर्शन के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि युवा इस नीति के प्रत्यक्ष लाभार्थी हैं। मुख्य सचिव को बताया गया कि वर्ष 2022-23 के दौरान जम्मू संभाग में 542 करोड़ रुपये के निवेश और 2202 व्यक्तियों को रोजगार देने वाली 197 इकाइयों स्थापित की गईं। कश्मीर संभाग में लगभग 300 करोड़ रुपये के निवेश और 4120 के लिए रोजगार सृजन के साथ लगभग 401 इकाइयां उत्पादन में आईं। 35 इकाइयों ने इस महीने के दौरान काम शुरू कर दिया है। कश्मीर संभाग में कुल 529 इकाइयों को एपीसीसी द्वारा जून 2022 तक सामान्य विस्तार प्रदान किया गया था। जिसमें से 401 इकाइयां उत्पादन में आ चुकी हैं, लगभग 85 इकाइयों ने फैक्ट्री शेड का निर्माण पूरा कर लिया है। उत्पादन में आने के लिए 6 से 12 महीने के और विस्तार की आवश्यकता है। इसी तरह जम्मू संभाग में कुल 325 इकाइयों को सामान्य विस्तार दिया गया। जिसमें से 160 इकाइयां उत्पादन में आ सकीं और उन्हें स्थायी पंजीकरण प्रदान किया गया। 2 इकाइयों का मौजूदा इकाइयों में विलय किया गया है। व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत उपाय किए गए हैं। सिंगल विंडो पोर्टल पर 161 ई-सेवाएं प्रमुख रूप से 17 विभागों से संबंधित जी2बी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post