पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु
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जेल में बंद चल रहे पूर्व पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विजिलेंस ने अब उनके समय में खरीदे गए लाखों रुपये के लकड़ी के क्रेटों की जांच शुरू की है। क्रेटों की खरीद व गुणवत्ता के संबंध में शिकायत विजिलेंस को मिली थी। इसके बाद विजिलेंस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों से पता चला है कि विजिलेंस ने शिकायत मिलने के बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से 2018 से 2021 के समय खरीदे गए लकड़ी के क्रेटों का रिकॉर्ड तलब किया है। विभाग से क्रेटों की खरीद संबंधी पूरी प्रक्रिया का विवरण देने को कहा गया है। इतना ही नहीं उस समय टेंडर में शामिल कंपनियों व टेंडर हासिल करने वाली कंपनी की जानकारी विभाग को देनी होगी।
पता चला है कि विभाग ने एक राज्य स्तरीय कमेटी बनाई थी, जबकि क्रेटों को फिल्ड स्टाफ की ओर से रिसीव किया जाता था। हालांकि सूत्रों के अनुसार कई फूड इंस्पेक्टरों ने क्रेटों की क्वालिटी को लेकर शुरू में ही एतराज जताया था। उनका कहना था कि क्रेट उचित क्वालिटी के नहीं हैं। इनका प्रयोग खुले गोदामों में अनाज की बोरियां रखने के लिए किया जाता है।
हालांकि पता चला है कि इन क्रेटों का वजन करीब 40 किलो तक होता है लेकिन यह 18 से 20 किलो के थे। विजिलेंस की तरफ इनके भी सैंपल लिए गए हैं। राज्य में गत तीन वर्षों में कितने लाख के क्रेट खरीदे गए हैं। इसका भी विवरण जुटाया जा रहा है।
विजिलेंस की तकनीकी टीम हुई सक्रिय
शिकायत आने के बाद विजिलेंस की तकनीकी टीम भी इस मामले को लेकर सक्रिय हो गई। टीम फिजिकल सर्वे में जुट गई। फील्ड में जाकर तथ्य जुटाए जा रहे हैं, ताकि इस जांच को उचित तरीके से आगे बढ़ाया जा सके।
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