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मुरादाबाद। आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ऑटम-2022 के दूसरे दिन विदेशी खरीदारों की भीड़ देखने को मिली। गलियारे आगंतुकों से भरे रहने वाले हैं। शो के पहले दो दिनों में इसके संकेत मिल गए हैं। कई देशों के व्यवसायिक आगंतुकों के साथ-साथ भारत के वॉल्यूम खरीदारों को भी बड़ी संख्या में पंजीकृत किया गया। यह शो ज्यादा से ज्यादा प्रदर्शकों और खरीदारों की बढ़ती संख्या को आकर्षित कर रहा है। ऐसे में यह शो सोर्सिंग का एक प्रमुख और अनिवार्य हिस्सा बन गया है।
इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 18 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले इस मेले में बड़ी संख्या में नए संग्रह प्रदर्शित किए जा रहे हैं। निर्माता विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कच्चेे माल, टिकाऊ शिल्प और अलंकृत जीवन शैली उत्पादों के परस्पर और मिश्रण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। क्षेत्रीय शिल्प के प्रदर्शन की वजह से स्थानीय संस्कृतियों और देशी प्रयोगों को भी विस्तृत संख्या में प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके साथ ही आधुनिक तकनीक को भी इसमें शामिल किया गया है।
निर्यातकों ने बताया कि खरीदारों को शो का हिस्सा बनने में आनंद की अनुभूति हो रही है और वे अपने नियमित और नये आपूर्तिकर्ताओं से सोर्सिंग करने के इच्छुक हैं। जर्मनी के माइकल क्रेमर और उटे नौमान ने लैंप शेड्स को बहुत आकर्षक पाया। वे नियमित आगंतुक हैं और वहां फर्नीचर और होम डेकोर के लिए आए हैं। उन्होंने साझा किया कि इस साल हम सस्टेनेबल उत्पादित वस्तुओं की भी तलाश कर रहे हैं। एक अन्य नियमित खरीदार स्पेन के फिलिप मोरवन ने कहा- मैं खुश हूँ की कैसे मेरा पसंदीदा मेला अपने पहले जैसे बड़े रूप में वापस आ गया है। वह पूरे स्पेन में अपनी छह दुकानों को स्टॉक करने के लिए ठोस लकड़ी से बने घरेलू उत्पाद खरीदने के लिए आए हैं। दक्षिण कोरिया के युनप्यो होंग और योरी किम ने कहा कि हम पहली बार यहां आए हैं। इसलिए हमारे पास कवर करने के लिए बहुत सारी चीजें हैं। प्रदर्शनी विषयों की विस्तृत विविधता को देखते हुए हम प्रेरित हैं और इस वर्ष क्या खरीदना है, इसके बारे में संक्षिप्त सूची बना रहे हैं। मेला भारतीय उत्पादों के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। जो कोरियाई बाजारों में बहुत लोकप्रिय हैं।
मुरादाबाद। आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ऑटम-2022 के दूसरे दिन विदेशी खरीदारों की भीड़ देखने को मिली। गलियारे आगंतुकों से भरे रहने वाले हैं। शो के पहले दो दिनों में इसके संकेत मिल गए हैं। कई देशों के व्यवसायिक आगंतुकों के साथ-साथ भारत के वॉल्यूम खरीदारों को भी बड़ी संख्या में पंजीकृत किया गया। यह शो ज्यादा से ज्यादा प्रदर्शकों और खरीदारों की बढ़ती संख्या को आकर्षित कर रहा है। ऐसे में यह शो सोर्सिंग का एक प्रमुख और अनिवार्य हिस्सा बन गया है।
इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 18 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले इस मेले में बड़ी संख्या में नए संग्रह प्रदर्शित किए जा रहे हैं। निर्माता विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कच्चेे माल, टिकाऊ शिल्प और अलंकृत जीवन शैली उत्पादों के परस्पर और मिश्रण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। क्षेत्रीय शिल्प के प्रदर्शन की वजह से स्थानीय संस्कृतियों और देशी प्रयोगों को भी विस्तृत संख्या में प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके साथ ही आधुनिक तकनीक को भी इसमें शामिल किया गया है।
निर्यातकों ने बताया कि खरीदारों को शो का हिस्सा बनने में आनंद की अनुभूति हो रही है और वे अपने नियमित और नये आपूर्तिकर्ताओं से सोर्सिंग करने के इच्छुक हैं। जर्मनी के माइकल क्रेमर और उटे नौमान ने लैंप शेड्स को बहुत आकर्षक पाया। वे नियमित आगंतुक हैं और वहां फर्नीचर और होम डेकोर के लिए आए हैं। उन्होंने साझा किया कि इस साल हम सस्टेनेबल उत्पादित वस्तुओं की भी तलाश कर रहे हैं। एक अन्य नियमित खरीदार स्पेन के फिलिप मोरवन ने कहा- मैं खुश हूँ की कैसे मेरा पसंदीदा मेला अपने पहले जैसे बड़े रूप में वापस आ गया है। वह पूरे स्पेन में अपनी छह दुकानों को स्टॉक करने के लिए ठोस लकड़ी से बने घरेलू उत्पाद खरीदने के लिए आए हैं। दक्षिण कोरिया के युनप्यो होंग और योरी किम ने कहा कि हम पहली बार यहां आए हैं। इसलिए हमारे पास कवर करने के लिए बहुत सारी चीजें हैं। प्रदर्शनी विषयों की विस्तृत विविधता को देखते हुए हम प्रेरित हैं और इस वर्ष क्या खरीदना है, इसके बारे में संक्षिप्त सूची बना रहे हैं। मेला भारतीय उत्पादों के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। जो कोरियाई बाजारों में बहुत लोकप्रिय हैं।
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