जयपाल सिंह यादव, बाजपुर : दीपावली पर्व पर पटाखा बाजार में अभी तक उछाल नहीं आने से दुकानदार मायूस हैं। इससे जो खुशी दिखनी चाहिए वह नजर नहीं आ रही है। अभी तक की स्थिति में ब्रिकी कम होने के चलते कर्ज इत्यादि लेकर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों में निराशा बनी हुई है। व्यापारियों को उम्मीद है कि एक बार जरूर रौनक बढ़ेगी और बाजार में पड़ा सूनापन दूर होगा।
दीपावली पर्व को लेकर पटाखा बाजार 22 अक्टूबर से ब्लॉक कार्यालय के सामने स्थित कपड़ा बाजार स्थल में लगाया गया जिसमें 12 दुकानों पर करीब 25 लाख रुपये के पटाखे दुकानों में रखे हैं, लेकिन रविवार दोपहर बाद तीन बजे तक 15 प्रतिशत भी माल नहीं बिक पाया, जबकि पिछले वर्षों में इस अवधि तक आधे से अधिक माल की ब्रिकी हो जाया करती थी।
व्यापारियों को उम्मीद थी कि इस बार धनतेरस वाले दिन से ही उनका कारोबार बेहतर रहेगा, लेकिन लोगों का रुझान आतिशबाजी की तरफ कम रहा तथा पटाखा बाजार लगभग सूना ही पड़ा हुआ नजर आया। दुकानदार लाखों रुपये का माल अपनी दुकानों पर सजाए ग्राहकों के आने का इंतजार करते देखे गए। वहीं आतिशबाजी की ब्रिकी कम होने का एक कारण उत्पादों के दाम अधिक होना भी बताया जा रहा है।
इधर व्यापारियों को अब दीपावली (आज) के दिन स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। यदि ऐसा हुआ तो उन्हें काफी राहत मिलेगी अन्यथा उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है और दुकानदार इस बात को लेकर बेहद ससंकित हैं। उन्हें दीपावली पर घाटे का डर भी सता रहा है।
अब देखना यह है कि सोमवार को क्या स्थिति रहती है। पटाखा व्यापारियों का यह भी आरोप है कि होलसेल की दुकानों पर भी रिटेल में पटाखा बेचा जा रहा है, जोकि नियमानुसार गलत है आैर उनकी दुकानदार पर असर पड़ना यह भी एक बड़ी वजह है।
Edited By: Skand Shukla
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