अल्मोड़ा के टाटिक में दो सप्ताह बाद उतरा हेलीकॉप्टर। संवाद
– फोटो : ALMORA
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अल्मोड़ा। आखिरकार दो सप्ताह से बंद हेली सेवा का फिर से संचालन शुरू हो गया है लेकिन हेलिकॉप्टर को यात्री नहीं मिले। बगैर यात्रियों के हेलिकॉप्टर दून से अल्मोड़ा पहुंचा। सेवा संचालन से जहां लोगों को राहत मिली है तो वहीं हेली संचालन कंपनी को नुकसान झेलना पड़ा है। महज एक यात्री की पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा तक वापसी हो सकी।
अगस्त 2022 में दून से अल्मोड़ा के बीच हेली सेवा का संचालन शुरू किया गया। तब इस सेवा को यहां के लोगों के लिए उपयोगी बताकर सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को यह सेवा संचालित की गई। लोगों को उम्मीद थी कि अब यह सेवा उनका साथ देगी और उनका सफर आसान होगा। लेकिन उनकी यह उम्मीद परवान नहीं चढ़ सकी। दो सप्ताह पूर्व तकनीकी खराबी का हवाला देकर यह सेवा बंद कर दी गई, जिससे लोग मायूस थे। 14 दिन बाद शुक्रवार को हेली दून से पिथौरागढ़ पहुंचा। हैरानी की बात यह है कि हेली में एक भी यात्री सवार नहीं था। बगैर यात्रियों के ही हेलिकॉप्टर दून से हल्द्वानी और फिर पिथौरागढ़ पहुंचा। हालांकि वापसी में पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा के लिए एक यात्री ने सफर किया। इसके बाद हेलिकॉप्टर को बगैर यात्रियों के ही हल्द्वानी रवाना होना पड़ा।
यात्रियों को रास नहीं आ रही हेली सेवा
अल्मोड़ा। आए दिन लड़खड़ाती हेली सेवा यात्रियों को रास नहीं आ रही है। कभी तकनीकी खराबी तो कभी मौसम के चलते यह सेवा लोगों को धोखा दे रही है, जिससे इस पर से उनका भरोसा उठ गया है। अंदाजा लगाया जा सकता है लंबे समय बाद शुरू हुई सेवा को यात्री नहीं मिल सके। साफ है कि लोगों को इस सेवा के भरोसे न रहकर टैक्सियों व बसों से सफर करना रास आ रहा है।
कोट- दो सप्ताह बाद हेली सेवा का संचालन हुआ। दून से अल्मोड़ा तक यात्री नहीं मिले। वापसी में पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा तक एक यात्री की वापसी हुई। तकनीकी खराबी के चलते यह सेवा बंद थी, जिसका अब नियमित संचालन होगा।
धीरज, स्टेशन इंचार्ज, पवनहंस, अल्मोड़ा।
अल्मोड़ा। आखिरकार दो सप्ताह से बंद हेली सेवा का फिर से संचालन शुरू हो गया है लेकिन हेलिकॉप्टर को यात्री नहीं मिले। बगैर यात्रियों के हेलिकॉप्टर दून से अल्मोड़ा पहुंचा। सेवा संचालन से जहां लोगों को राहत मिली है तो वहीं हेली संचालन कंपनी को नुकसान झेलना पड़ा है। महज एक यात्री की पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा तक वापसी हो सकी।
अगस्त 2022 में दून से अल्मोड़ा के बीच हेली सेवा का संचालन शुरू किया गया। तब इस सेवा को यहां के लोगों के लिए उपयोगी बताकर सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को यह सेवा संचालित की गई। लोगों को उम्मीद थी कि अब यह सेवा उनका साथ देगी और उनका सफर आसान होगा। लेकिन उनकी यह उम्मीद परवान नहीं चढ़ सकी। दो सप्ताह पूर्व तकनीकी खराबी का हवाला देकर यह सेवा बंद कर दी गई, जिससे लोग मायूस थे। 14 दिन बाद शुक्रवार को हेली दून से पिथौरागढ़ पहुंचा। हैरानी की बात यह है कि हेली में एक भी यात्री सवार नहीं था। बगैर यात्रियों के ही हेलिकॉप्टर दून से हल्द्वानी और फिर पिथौरागढ़ पहुंचा। हालांकि वापसी में पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा के लिए एक यात्री ने सफर किया। इसके बाद हेलिकॉप्टर को बगैर यात्रियों के ही हल्द्वानी रवाना होना पड़ा।
यात्रियों को रास नहीं आ रही हेली सेवा
अल्मोड़ा। आए दिन लड़खड़ाती हेली सेवा यात्रियों को रास नहीं आ रही है। कभी तकनीकी खराबी तो कभी मौसम के चलते यह सेवा लोगों को धोखा दे रही है, जिससे इस पर से उनका भरोसा उठ गया है। अंदाजा लगाया जा सकता है लंबे समय बाद शुरू हुई सेवा को यात्री नहीं मिल सके। साफ है कि लोगों को इस सेवा के भरोसे न रहकर टैक्सियों व बसों से सफर करना रास आ रहा है।
कोट- दो सप्ताह बाद हेली सेवा का संचालन हुआ। दून से अल्मोड़ा तक यात्री नहीं मिले। वापसी में पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा तक एक यात्री की वापसी हुई। तकनीकी खराबी के चलते यह सेवा बंद थी, जिसका अब नियमित संचालन होगा।
धीरज, स्टेशन इंचार्ज, पवनहंस, अल्मोड़ा।
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