जितना भी करे कोई इरादा नहीं रहना
दुनिया में चार दिन से ज्यादा नहीं रहना
रंगीन मेजाजी तुमहें जीने नहीं देगी
नौसाद इस लिए कभी सादा नहीं रहना
- हम उम्मीद करते हैं कि यह पाठक की स्वरचित रचना है। अपनी रचना भेजने के लिए यहां क्लिक करें।
2 hours ago
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post