फतेहाबाद। नगर परिषद कर्मचारियों के बुधवार को हड़ताल पर जाने से पहले दिन ही व्यवस्था बिगड़ गई। मुख्य बाजार और वार्डों में सफाई नहीं हुई और न ही डोर टू डोर कचरा उठाया गया। 40 टन कचरा शहर से बुधवार को नहीं उठा। ये ही नहीं नगर परिषद कार्यालय में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। इसके चलते आमजन को परेशानी हुई। वहीं पटाखा स्टॉल के लिए नगर परिषद में फीस जमा करवाने का आखिरी दिन होने के चलते आवेदनकर्ता भी भटकते रहे। 12 बजे तक फीस जमा होनी थी। आवेदनकर्ताओं ने हंगामा शुरू किया तो दमकल कार्यालय में काउंटर लगाकर फीस जमा करने की व्यवस्था की गई। बता दें कि दिवाली के त्योहार को लेकर बाजार में तैयारियां शुरू हो चुकी है। ऐसे में सफाई न होने से पहले दिन ही गंदगी के ढेर लगने से शहर के हालात खराब दिखे। नगर परिषद की तरफ से मुख्य बाजार में सफाई को लेकर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। नगर परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना शहर से 40 टन कचरा निकलता है। ऐसे में दो दिन हड़ताल से 80 टन कचरा जमा हो जाएगा। यहां तक कि डोर टू डोर कचरा का भी उठान नहीं हुआ। नप में 152 सफाई कर्मचारी और 13 टाटा एस ड्राइवर हैं। कार्यालय में नहीं पहुंचे ईओ, तकनीकी ब्रांच भी रही बंद कर्मचारी यूनियन नेताओं ने नगर परिषद कार्यालय में किसी भी ब्रांच में काम शुरू नहीं होने दिया। नगर परिषद ईओ ऋषिकेश चौधरी भी दोपहर तक अपने कार्यालय में नहीं पहुंचे थे। इसके अलावा तकनीकी ब्रांच भी पूरी तरह से बंद रही। जेई और अन्य कर्मचारी नीचे ही घूमते रहे। कर्मचारियों की हड़ताल से नप में प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच, जन्म-मृत्यु पंजीकरण ब्रांच, विवाह पंजीकरण ब्रांच, बिल्डिंग ब्रांच, सफाई ब्रांच, क्लर्क ब्रांच पूरी तरह से बंद रही। ये हैं कर्मचारियों की मांगें. नगरपालिका कर्मचारी संघ के आह्वान पर बुधवार को हड़ताली कर्मचारियों ने कार्यालय में धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों ने कौशल रोजगार निगम को भंग करने, पहले कर्मचारियों के साथ किए गए समझौते को लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, चार हजार रुपये जोखिम भत्ता देने आदि मांगों को उठाया और इनका समाधान न करने पर हड़ताल को अनिश्चितकालीन करने की चेतावनी दी। प्रदर्शन की अध्यक्षता नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान सतपाल परिहार ने की जबकि संचालन पूर्व प्रधान राजाराम टाक ने किया। जिला वरिष्ठ उपप्रधान ओमप्रकाश लोट ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार के ढुलमुल रवैये से कर्मचारियों में भारी रोष है। सरकार समय रहते कर्मचारियों की मांगों को पूरा करें ताकि शहरवासियों को त्योहारी सीजन में सफाई को लेकर किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। अगर इस आंदोलन के बाद भी सरकार नहीं जागी तो वीरवार दोपहर बाद नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें इसे अनिश्चितकालीन भी किया जा सकता है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के महासचिव विनोद कुमार, जिला सचिव बेगराज, पूर्व प्रधान पूनमचंद रत्ति, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से हरिकिशन कंबोज व ओमप्रकाश चड्ढा, अध्यापक संघ से राजपाल मित्ताथल, पीडब्ल्यूडी मेकैनिकल यूनियन से इंद्र घासी ने भी धरने पर पहुंचकर कर्मचारियों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया। कोट यूनियन के पदाधिकारियों को बुलाकर मीटिंग बुलाई जा रही है, उनसे हड़ताल खत्म करके काम पर लौटने के लिए कहा जाएगा ताकि सफाई व्यवस्था न बिगड़े। बैठक के बाद ही कोई फैसला होगा। -मुकेश शर्मा, मुख्य सफाई निरीक्षक
फतेहाबाद के नप कार्यालय में मांगों को लेकर धरना देते हुए कर्मचारी।– फोटो : Fatehabad
फतेहाबाद। नगर परिषद कर्मचारियों के बुधवार को हड़ताल पर जाने से पहले दिन ही व्यवस्था बिगड़ गई। मुख्य बाजार और वार्डों में सफाई नहीं हुई और न ही डोर टू डोर कचरा उठाया गया। 40 टन कचरा शहर से बुधवार को नहीं उठा। ये ही नहीं नगर परिषद कार्यालय में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। इसके चलते आमजन को परेशानी हुई।
वहीं पटाखा स्टॉल के लिए नगर परिषद में फीस जमा करवाने का आखिरी दिन होने के चलते आवेदनकर्ता भी भटकते रहे। 12 बजे तक फीस जमा होनी थी। आवेदनकर्ताओं ने हंगामा शुरू किया तो दमकल कार्यालय में काउंटर लगाकर फीस जमा करने की व्यवस्था की गई। बता दें कि दिवाली के त्योहार को लेकर बाजार में तैयारियां शुरू हो चुकी है। ऐसे में सफाई न होने से पहले दिन ही गंदगी के ढेर लगने से शहर के हालात खराब दिखे। नगर परिषद की तरफ से मुख्य बाजार में सफाई को लेकर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। नगर परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना शहर से 40 टन कचरा निकलता है। ऐसे में दो दिन हड़ताल से 80 टन कचरा जमा हो जाएगा। यहां तक कि डोर टू डोर कचरा का भी उठान नहीं हुआ। नप में 152 सफाई कर्मचारी और 13 टाटा एस ड्राइवर हैं।
कार्यालय में नहीं पहुंचे ईओ, तकनीकी ब्रांच भी रही बंद
कर्मचारी यूनियन नेताओं ने नगर परिषद कार्यालय में किसी भी ब्रांच में काम शुरू नहीं होने दिया। नगर परिषद ईओ ऋषिकेश चौधरी भी दोपहर तक अपने कार्यालय में नहीं पहुंचे थे। इसके अलावा तकनीकी ब्रांच भी पूरी तरह से बंद रही। जेई और अन्य कर्मचारी नीचे ही घूमते रहे। कर्मचारियों की हड़ताल से नप में प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच, जन्म-मृत्यु पंजीकरण ब्रांच, विवाह पंजीकरण ब्रांच, बिल्डिंग ब्रांच, सफाई ब्रांच, क्लर्क ब्रांच पूरी तरह से बंद रही।
ये हैं कर्मचारियों की मांगें.
नगरपालिका कर्मचारी संघ के आह्वान पर बुधवार को हड़ताली कर्मचारियों ने कार्यालय में धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों ने कौशल रोजगार निगम को भंग करने, पहले कर्मचारियों के साथ किए गए समझौते को लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, चार हजार रुपये जोखिम भत्ता देने आदि मांगों को उठाया और इनका समाधान न करने पर हड़ताल को अनिश्चितकालीन करने की चेतावनी दी। प्रदर्शन की अध्यक्षता नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान सतपाल परिहार ने की जबकि संचालन पूर्व प्रधान राजाराम टाक ने किया। जिला वरिष्ठ उपप्रधान ओमप्रकाश लोट ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार के ढुलमुल रवैये से कर्मचारियों में भारी रोष है। सरकार समय रहते कर्मचारियों की मांगों को पूरा करें ताकि शहरवासियों को त्योहारी सीजन में सफाई को लेकर किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। अगर इस आंदोलन के बाद भी सरकार नहीं जागी तो वीरवार दोपहर बाद नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें इसे अनिश्चितकालीन भी किया जा सकता है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के महासचिव विनोद कुमार, जिला सचिव बेगराज, पूर्व प्रधान पूनमचंद रत्ति, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से हरिकिशन कंबोज व ओमप्रकाश चड्ढा, अध्यापक संघ से राजपाल मित्ताथल, पीडब्ल्यूडी मेकैनिकल यूनियन से इंद्र घासी ने भी धरने पर पहुंचकर कर्मचारियों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
कोट
यूनियन के पदाधिकारियों को बुलाकर मीटिंग बुलाई जा रही है, उनसे हड़ताल खत्म करके काम पर लौटने के लिए कहा जाएगा ताकि सफाई व्यवस्था न बिगड़े। बैठक के बाद ही कोई फैसला होगा।
-मुकेश शर्मा, मुख्य सफाई निरीक्षक
फतेहाबाद के नप कार्यालय में मांगों को लेकर धरना देते हुए कर्मचारी।– फोटो : Fatehabad
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