एशिया हो रही तेजी से गर्म
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि 2021 में एशिया का औसत तापमान 1981 से 2010 की अवधि के औसत की तुलना में लगभग 0.86 डिग्री सेल्सियस अधिक था। जबकि इसी अवधि में 2021 में वैश्विक औसत तापमान 1981-2010 की अवधि की तुलना में केवल 0.42 डिग्री सेल्सियस अधिक था। डब्ल्यूएमओ की स्टेट ऑफ क्लाइमेट इन एशिया की ताजा रिपोर्ट में यह कहा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में एशिया में 100 से अधिक मौसम संबंधी आपदाएँ आईं, जिसके परिणामस्वरूप 4,000 से अधिक मौतें हुईं, और कम से कम 35.6 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ। बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान और मौतें हुईं, जबकि सूखे ने सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित किया।
चीन में सबसे अधिक नुकसान डब्लूएमओ की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में बाढ़ से चीन में सबसे अधिक 18.4 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ। दूसरे नंबर पर भारत रहा, जहाँ 3.2 अरब डॉलर का नुकसान हुआ और तीसरे नंबर पर थाईलैंड रहा, जहाँ 0.6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। तूफान या चक्रवात से विशेष रूप से भारत को 4.4 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, चीन को 3.0 अरब डॉलर और जापान को 2 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ। जिसके कारण इन देशों को इससे निपटने के लिए और रोकथाम के प्रयासों पर भारी मात्रा में धन खर्च करने की आवश्यकता पड़ी है। एशिया में, चीन के लिए सबसे अधिक अनुकूलन लागत प्रति वर्ष 188.8 अरब डॉलर अनुमानित है, इसके बाद भारत के लिए 46.3 अरब डॉलर और जापान 26.3 अरब डॉलर अनुकूलन लागत अनुमानित है।
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