gorakhpur railway station
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
देश के 199 रेलवे स्टेशनों के विकास से संबंधित मसौदे पर बुधवार को केंद्र सरकार की कैबिनेट की बैठक में मुहर लग गई, इसमें गोरखपुर समेत पूर्वोत्तर रेलवे के पांच स्टेशन शामिल हैं। इन स्टेशनों पर ग्रीन बिल्डिंग की तकनीकी व दिव्यांग फ्रेंडली सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे में गोमतीनगर स्टेशन पर काम शुरू हो चुका है, जबकि छपरा व गोंडा स्टेशन को विकसित करने के लिए टेंडर फाइनल हो गया है। गोरखपुर के लिए एजेंसी नामित करने की प्रक्रिया चल रही है, जो स्टेशन की डिजाइन करेगी। योजना के मुताबिक सभी स्टेशनों को आगामी 40 से 60 वर्षों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर विकसित किया जाएगा। नागरिकों के लिए सिटी सेंटर के रूप में स्टेशन होंगे।
इसे भी पढ़ें: अनाथ आश्रम की आड़ में बेचे जा रहा थे बच्चे, अपने ही बुने जाल में फंस कर गिरोह का हुआ भंडाफोड़
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि योजना के मुताबिक पर रूफ प्लाजा, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने के स्थान, स्थानीय उत्पाद के लिये स्थान की सुविधा दी जाएगी। शहर के दोनों हिस्सों को स्टेशन जोड़ेंगे। यातायात की व्यवस्था प्रत्येक मास्टर प्लान में की गई है। यातायात के दूसरे मोड में मेट्रो, बस के लिए स्टेशन परिसर में स्थान दिया जाएगा।
स्टेशन पर ये सुविधाएं होंगी
आईकोनिक स्टेशन बिल्डिंग, ज्यादा जगह वाला रूफ प्लाजा, दुकानों के लिए स्थान, कैफेटेरिया, रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ स्टेशन बिल्डिंग, अच्छी डिजाइन, पर्याप्त पार्किंग सुविधा, कवर्ड प्लेटफॉर्म, दिव्यांगों के लिए सुविधा, लिफ्ट, एस्केलेटर, ट्रेवेलेटर, सीसीटीवी, ग्रीन बिल्डिंग के तहत सोलर एनर्जी, जल संरक्षण व री-साईकिलिंग तथा पेड़ों से आच्छादित प्लेटफार्मों का पुनर्विकास।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post